अजीत जोगी की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली के अस्पताल में भर्ती
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीती रात राज्य के बिलासपुर जिले में जाति प्रमाण पत्र मामले में जोगी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक परेश बागबहरा ने आज यहां भाषा को बताया कि जोगी को गुरूवार देर रात सांस लेने में तकलीफ के बाद मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
परेश बागबहरा ने बताया कि जोगी पिछले कुछ दिनों से नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए दिल्ली में हैं। बीती रात लगभग 12 बजे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई तब उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में उनकी पत्नी कोटा क्षेत्र की विधायक रेणु जोगी मौजूद है। उन्होंने बताया कि अस्पताल ने अभी मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया है। इस संबंध में अधिक जानकारी मेडिकल बुलेटिन जारी होने के बाद ही मिल सकेगी। 73 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का परिवार इन दिनों जाति प्रमाण पत्र मामले को लेकर परेशानी का सामना कर रहा है। राज्य में जोगी की जाति की जांच के लिए बनी उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने पिछले महीने उनके जोगी के कंवर आदिवासी होने के प्रमाण पत्र को खारिज कर दिया था। इसके बाद पिछले सप्ताह जिला प्रशासन ने अजीत जोगी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। वहीं वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान मरवाही विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रही समीरा पैकरा ने भी गुरूवार को जोगी के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण प्राप्त करने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। इधर अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी के खिलाफ भी पैकरा ने वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को अपने जन्म स्थान के बारे में गलत जानकारी देने का मामला दर्ज कराया है। अमित जोगी बीते मंगलवार से जेल में हैं। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद अजीत जोगी राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2000 से वर्ष 2003 तक वे राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इस दौरान वे अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित मारवाही विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। वर्ष 2003 में कांग्रेस जब भाजपा से पराजित हुई तब रमन ंिसह राज्य के मुख्यमंत्री बने।