आदिवासियों के विकास के लिए सभी एकजुट होकर संघर्ष करेंगे – कुमार ओंकार शाह
- मैनपुर में कांग्रेस नेता जनक ध्रुव एंव जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम के नेतृत्व में सैकडों आदिवासियों ने निकाली रैली और जिला मुख्यालय किया कुच
- न्यूज रिपोर्टर रामकृष्ण ध्रुव
गरियाबंद – विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर में आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जनक ध्रुव, एंव जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम के नेतृत्व में सैकडो आदिवासियों ने सर्वप्रथम सुबह 09 बजे शहीद वीर नारायण सिंह चौक जिडार रोड में पुजा अर्चना कर विशाल रैली निकाली। इस रैली में मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के गांव गांव से बडी संख्या में महिला पुरूष व आदिवासी समाज के लेाग शामिल हुए। अपने पारम्परिक वेशभुषा के साथ आदिवासी समाज के लोगों ने रेला पाटा आदिवासी नृत्य करते हुए रैली निकाली। यह रैली मुख्यमार्ग होते हुए गोडवाना सदन तक पहुचा जंहा से सैकडों की संख्या में मैनपुर क्षेत्र के आदिवासी समाज के लोग जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मोटर सायकल रैली निकाल व अनेक वाहनों के माध्यम से आदिवासी झंडा लहराते हुए निकले। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी विकास परिषद द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दो सत्र में समपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के जिला संयोजक कुमार ओंकार शाह, उमेंदी कोमर्रा, सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भारत दीवान, आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जनक ध्रुव, ध्रुव गोंड समाज जिला अध्यक्ष नरसिंह ध्रुव, भुंजिया समाज जिला अध्यक्ष बालसिंह सोरी, जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम, कमार समाज के जिला अध्यक्ष नवतुराम कमार, अमात गोंड समाज उपाध्यक्ष खेदू नेगी, अलाल सिंह ठाकुर, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सभांगीय अध्यक्ष महेन्द्र नेताम, सुदामा ठाकुर, सरपंच संघ अध्यक्ष मनीष ध्रुव, एंव कार्यक्रम की अध्यक्षता अ.ज.जा शासकीय सेवक विकास संघ प्रांताध्यक्ष आर.एन. ध्रुव ने आदिवासी रीति रिवाज अनुसार ईष्टदेव बुढादेव एंव आदिवासी समाज के महान क्रांतिकारियो की छायाचित्र की पुजा अर्चना कर शुभारंभ किया।
इसके पश्चात समाज के विभिन्न पारम्परिक लोक नृत्य टोलियों द्वारा शानदार प्रस्तुति दिया गया, जिन्हे हजारो रूपये का नगद पुरस्कार समाज के द्वारा भेंट किया गया। कोण्डागांव गोंडी गायिका मीना आरमो विशेष रूप से उपस्थित थे और उन्होने कार्यक्रम के दौरान समाज के लोगो का उत्साहवर्धन किया।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के संरक्षक ओंकार शाह ने कहा कि आदिवासी कला एंव संस्कृति छत्तीसगढ की अनमोल धरोहर है। आदिवासियों के विकास के लिए सभी एकजुट होकर संघर्ष करेंगे। उन्होंने पुरा बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के समस्याआें के बारे में विस्तार से बताते हुए सिंचाई सुविधा, बढाने से क्षेत्र में किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होने की बात कही, साथ ही क्षेत्र के सडक, स्वास्थ्य, शिक्षा बुनियादी समस्याआें के बारे में विस्तार से बात रखते हुए आदिवासी समाज के विकास के लिए भी एकजुटता के साथ संघर्ष करने की बात कही।
इस दौरान आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री जनक ध्रुव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार आदिवासियों के विकास के लिए अनेक योजनाए संचालित कर रही है। जरूरत इस बात कही है कि समाज के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को सामने आकर योजनाआें का लाभ समाज के लोगाें को ज्यादा से ज्यादा दिलाने की जरूरत है सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष भारत दीवान ने कहा कि आदिवासी समाज के विकास के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शिक्षा है शिक्षा से ही समाज का उत्थान हो सकता है। उन्होंने समाज के सभी लोगो से आह्वान किया है कि हर हाल में अपने बच्चो को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराये। और दलगत राजनीति से उपर उठकर समाज के अधिकारों पर काम करना होगा।
जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि सहजता से अपने जीवन जीने वाले और जल जंगल जमीन प्राकृतिक की रक्षा करने वाले आदिवासी समुदाय अपने विशिष्ट संस्कृति और परम्पराओं को अच्छुण रखने की अपील की है। साथ ही समाज में फैले कुरितियों को दुर करने का आह्वान किया है। मैनपुर क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता खेदू नेगी ने कहा कि पुरे गरियाबंद जिला में आदिवासी समाज काफी जागरूक है, यहा अपने अधिकारों के लिए लगातार समाज लडाई लड रहा है, उन्होने कहा कि देश में जमीन सबसे बडी समस्या है। इसलिए हमें अपनी जमीन बचाना होगा और आज जो जल जंगल जमीन गरियाबंद जिला में सुरक्षित है, उसमें आदिवासी समाज का बहुत बडा योगदान है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अ.ज.जा शासकीय सेवक विकास संघ के प्रांताध्यक्ष आर.एन.ध्रुव ने कहा कि आज आयोजित इस कार्यक्रम में आदिवासी समाज के हजारों लोगो की उपस्थिति यह बताने के लिए काफी है, कि हमारें समाज में जागरूकता और एकता बहुत ज्यादा है। उन्होंने सभी समाज के लोगो से अपील किया है कि आदिवासी समाज की परम्पराओं को सहजने की जरूरत है, साथ ही उन्होने आदिवासी समाज के कर्मचारियों अधिकारियों कें उपर बेवजह समय समय पर आ रही परेशानियों के सबंध में अपनी बात रखी और समाज के लोगो को इसमें सहयोग करने की बात कही है। इस दौरान कार्यक्रम को आदिवासी समाज के कई नेताओं ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में गरियाबंद कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर , पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर भी पहुंचे
इस दौरान आदिवासी समाज द्वारा विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गरियाबंद जिला के कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर भी पहुचे तो आदिवासी समाज के लोगों ने उनका फुलमाता व गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। गरियाबंद के कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने अपने संबोधन में आदिवासी समाज के लेागो को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आदिवासी समाज का इतिहास काफी गौरवशाली है। पुरे गरियाबंद जिले में आदिवासी समाज के लोगों के द्वारा समय समय पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है जिससे समाज में सदभाव और भाईचारा बनी रहती है। उन्होने कहा मंच में जो भी समस्याए रखी गई है उन समस्याआें के समाधान के लिए प्रयास किया जायेगा। गरियाबंद पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर ने भी आदिवासी समाज के लोगो को बधाई देते हुए कहा कि आदिवासी समाज के इस कार्यक्रम में महिलाआें और बालिकाओं के बडी संख्या में उपस्थिति निश्चित रूप से समाज में महिलाओं के सम्मान को बताने के लिए काफी है। उन्होने सभी समाज जनों से अपील किया कि यह क्षेत्र काफी शांत व सदभाव वाला क्षेत्र है। यहा के लोगो में जल जंगल के सुरक्षा के प्रति जागरूकता देखने को मिल रही है जिसके कारण गरियाबंद जिले में आज भी घने जंगल नदी नाले व प्राकृतिक मनोरम स्थल है। उन्होेंने कहा शासन प्रशासन द्वारा इस आदिवासी क्षेत्र के बेहतरी के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। यह क्षेत्र निरंतर प्रगति कर रहा है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रांतीय कोषाध्यक्ष आर.एन चद्रवंशी, जयपाल सिंह ठाकुर, सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभार अध्यक्ष नरेन्द्र ध्रुव, आदिवासी विकास परिषद युवा प्रभाग अध्यक्ष ईदर ध्रुव, मुकेश बिसेन, परदेशी नेताम, धन बाई, लेखराज ध्रुर्वा, यशंवत ध्रुव, निरंजन ध्रुव, चित्ररेखा, जन्मजय नेताम, हेमसिंह नेगी, चन्द्रिका ध्रुव, भोजलाल नेताम, प्रताप सिंह मरकाम, टीकम कपील, टीकम नागंवशी, धनसिंह मरकाम, जगमोहन नेताम, बलिराम, जबर सिंह, कन्हैया ध्रुव, बनसिंह सोरी, शांतु ध्रुव, कौशल ठाकुर, फिरतुराम कंवर, कुलेश्वरी ठाकुर, शीला ठाकुर, तेजराम, रामसिंह नागेश, नेयाल सिंह नेताम सहित सैकडों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।