दल से बिछड़े एक हाथी फिर मचा रहा है आतंक, फसलों और मकानों को कर रहा है बर्बाद
1 min read- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
मैनपुर – वन परिक्षेत्र मैनपुर कुल्हाडीघाट एवं धवलपुर के दर्जनों ग्रामों के लोग लगातार हाथियों के आंतक से परेशान हो चले हैं। पिछले लगभग एक वर्ष से इस क्षेत्र के ग्रामो में हाथियों के दल लगातार पहुंच रहा है और अब तक कई ग्रामीणों के मकानों फसलों को जमकर क्षति पहुुंुंचाया है,। हालाकि वन विभाग फसल क्षति मकान क्षति का मुआवजा भी दे रही है लेकिन ग्रामीण अपने सुरक्षा को लेकर काफी डरे सहमें हुए है, क्योंकि हाथियेां का दल कभी भी कोई भी गांव में अचानक दबिश दे दे रहा है, जिसके चलते ग्रामीणों में भारी दहशत है। वन विभाग के अमला लगातार हाथियों पर अपना नजर रखने व मुआवजा देने का दावा कर रही है, लेकिन हाथियों को इस क्षेत्र के ग्रामो से जंगलो के तरफ खदेडने के लिए कोई ठोस कार्ययेाजना अब तक नही बना पाई है, जिसके चलते अब धीरे धीरे लोगो में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
ज्ञात हो कि पिछले एक सप्ताह तक तहसील मुख्यालय मैनपुर से 06-07 किलोमीटर दुर ग्राम गिरहोला, रामपारा, चलकीपारा, लेडीबहार, सिंहार के आसपास 20-25 हाथियों के दल ने जमकर आंतक मचाते हुए खेतो में निर्माण किए गए कई किसानों के झोपडियों को तोड डाला और धान के फसलों को जमकर नुकसान पहुचाया है तो दीपावली त्यौहार के एक दिन पूर्व ही हाथियों के दल के कुल्हाडीघाट पहाडी क्षेत्र में वापस जाने की जानकारी मिली थी लेकिन इस दल से एक हाथी बिछड गया है, जो आज मंगलवार को सुबह ग्राम सिंहार के नजदीक ग्रामीणो ने खेत में विचरण करते देखा और इसकी जानकारी तत्काल वन प्रशासन को दिया गया। वन विभाग के अमला पहुचकर हाथी पर नजर रखे है।
क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी
इस सबंध में चर्चा करने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर अनिल कुमार साहू ने बताया कि इस क्षेत्र में घुम रहे हाथियों का दल तीन चार दिन पहले कुल्हाडीघाट पहाडी के उपर भाग में पहुच गया है लेकिन इस दल से एक हाथी बिछड गया है , जो आज ग्राम सिंहार के आसपास घुम रहा है ग्रामीणाें को मुनादी के माध्यम से सूचित किया गया है , कि वे जंगल के तरफ न जावे और रात में अकेले आना जाना न करें सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग का अमला हाथी पर नजर रखे है उन्होने बताया वे स्वंय अभी ग्राम सिंहार में पुरा वन विभाग के टीम के साथ है।
धान मिजाई के समय किसानों को है डर, कई किसान छोड़ दिये खलियानों में धान
वर्तमान में तेज गति से क्षेत्र में धान की कटाई और मिजाई का कार्य चल रहा है, और ऐसे समय में जब किसान धान को खलियान में रखकर रतजगा कर रखवाली कर रहे है लेकिन हाथियो के द्वारा खलियानो में धावा बोलने से कई छोटे किसान अपने धान को जंहा खेत में छोड दिए है। वही खलियानो में भी छोड़ दिए है और रात में रखवाली करने से डर रहे है। रात तो रात दिन को भी जरूरी दैनिक सामग्री कंद मूल जलाऊ लकडी लेने तक के लिए जंगल नही जा पा रहे है ग्रामीण नरेश कुमार, भुवन सिंह, जागेश्वर, जीवन लाल मरकाम ने बताया कि हाथियों के आंतक से किसान इतना परेशान है, कि खेत खलियान तक जाना छोड़ दिए हैं।