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October 17, 2024

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चैत्र बासंती नवरात्रि में बन रहे हैं शुभ संयोग – आचार्य नंदकिशोर चौबे

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  • शेख हसन खान, गरियाबंद

मैनपुर । आज 22 मार्च बुधवार से माता की आराधना का पर्व नवरात्रि शुरू हो रहा है जो 31 मार्च तक चलेगी इस बार माता गजकेसरी योग में नाव पर सवार होकर आएंगी जिसके चलते माता के मंदिरों में तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। नगर के पुरोहित पंडित नंदकिशोर चौबे ने बताया कि विक्रम संवत 2080 के प्रारंभ के साथ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि 22 मार्च दिन बुधवार को घट स्थापना अभिजीत मुहूर्त में दिन 11.36 से 12.24 के मध्य किए जाएंगे एवं जवारे बोये जाएंगे 26 मार्च दिन रविवार को श्री पंचमी देवी श्रृंगार एवं 29 मार्च बुधवार को श्री दुर्गा अष्टमी पर हवन व 31 मार्च दिन गुरुवार को श्री रामनवमी पर जवारा विसर्जन किया जाएगा।

पंडित नंदकिशोर चौबे ने बताया कि मीन मलमास के बीच बुधवार से मां दुर्गा की आराधना के महापर्व चैत्र मास के नवरात्र की शुरुआत उत्तर भाद्रपक्ष नक्षत्र तथा शुक्ल-ब्रह्मयोग में होगा साथ ही हिंदू नववर्ष विक्रम संवत् 2080 भी शुरू होगा तिथि क्षय नहीं होने से भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करेंगे इस बार नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल योग में हो रही है इसके बाद ब्रह्म योग शुरू हो जाएगा ब्रह्म योग के बाद इंद्र योग भी लगेगा।इन योगों में देवी की पूजा अर्चना करना बेहद शुभकारी मानी जाती है। वार के अनुसार तय होता है कि माता कौन से वाहन पर सवार होकर आएगी। सोमवार को घट स्थापना होगी तो हाथी पर, शनिवार और मंगलवार को घोड़े पर, गुरूवार और शुक्रवार को डोली में बैठकर, बुधवार को नौका पर सवार होकर आती है माता रानी इस बार नवरात्र 22 मार्च से शुरू हो रही है।ऐसे में इस बार देवी मां नाव पर सवार होकर आ रही हैं। उन्होने आगे बताया कि देवी जब हाथी पर सवार होकर आती हैं तो पानी ज्यादा बरसता है घोड़े पर आती हैं तो युद्ध की संभावना रहती है नौका पर सवार होकर आती हैं तो सभी की मनोकामना पूरी होती है वहीं, नवरात्रि के पहले तीन दिन मां दुर्गा, अगले तीन दिन मां लक्ष्मी और शेष तीन दिन मां सरस्वती को समर्पित होते हैं। पंडित नंदकिशोर चौबे ने आगे बताया कि इस बार की नवरात्रि 110 साल बाद विशेष योग गजकेसरी योग और बुधादित्य योग से घटस्थापना होगा बुधवार को यह नवरात्रि राजनेताओं के लिए शुभ फल देने वाली होगी विशेष योग और उच्च पद को प्राप्त करने वाले होंगे जिसमें विशेषकर मकर कुंभ वृश्चिक तुला राशि वाले जातकों के लिए इस नवरात्र विशेष फल देने वाली होगी। मां दुर्गा के आगमन के समय चंद्रमा, सूर्य, बुध व गुरु मीन राशि में रहेगा वहीं, नववर्ष का प्रवेश मीन लग्न में होने से उदित काल में गज केसरी योग बनेगा ज्ञान के देवता बृहस्पति मीन राशि और शनि स्वराशि कुंभ में रहेगा इसके अलावा खरीदारी के लिए 10 से अधिक शुभ योग भी बनेंगे। पूरे नवरात्रि के चलते विशेष योग बन रहे है जिसमें 22 मार्च उत्तराभाद्रपक्ष नक्षत्र, शुक्ल ब्रह्मयोग, 23-24 मार्च सर्वार्थसिद्धि, राजयोग, 25, 26 मार्च रवियोग, 27 मार्च सवार्थसिद्धि, कुमारयोग, अमृत सिद्धियोग, 28 मार्च द्विपुष्कर, राजयोग 29 मार्च रवियोग, 30 मार्च सवार्थसिद्धियोग, रवियोग, गुरुपुष्य योग में रामनवमी धूमधाम के साथ मनायी जायेगी।