पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष सियाराम साहू मैनपुर पहुंचे, क्षेत्र के लोगों ने किया आत्मीयता से स्वागत
1 min read- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- पंडरीपानी स्थित प्राकृतिक भुनेश्वर शिवलिंग का किया पूजा अर्चना
मैनपुर – पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष सियाराम साहू आज रविवार को दोपहर 12 बजे अचानक मैनपुर पहुंचे लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में मैनपुर क्षेत्र के लोगों नेे आत्मीयता के साथ उनका स्वागत किया। इस दौरान क्षेत्र के लोगों ने अनेक समस्याओं से सियाराम साहू को अवगत कराया पश्चात तहसील मुख्यालय मैनपुर से तीन किलोमीटर दुर पंडरीपानी भुनेश्वर शिवलिंग के दर्शन करने पहुंचे ज़हां उन्होंने विशेष पुजा अर्चना कर क्षेत्र में सुख शांति समृध्दि की कामना किया।
रत्नाचल मैनपुर में पहली बार पहुंचे छत्तीसगढ़ पिछडा वर्ग आयोग अध्यक्ष सियाराम साहू विकासखंड मैनपुर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर पूर्व दिशा की ओर स्थित विराट भुनेश्वर शिव, शिव पार्वती लगीन तीर्थ स्थल का दर्शन करने एवं आस्था अवशेष – लोक कथाओं किवदंतीयों से संबंधित प्राचीन आस्था स्थलों का दर्शन करने पहुंचे।
इस दौरान गोमुखी विकास गंगा अभियान के प्रशिक्षक एवं लोक संस्कृति परंपरा के शोधकर्ता राजेंद्र कुमार साहू ने उन्होने इस धार्मिक स्थल के बारे में विस्तार से बताया साथ ही राजेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि गोमुखी विकास गंगा नवाचार प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु शासन प्रशासन को उपरोक्त आस्था स्थलों के सुंदरीकरण प्रचार प्रसार एवं ग्रामीण स्वरोजगार स्वालंबन विकास हेतु 63 लाख का नवाचार प्रस्ताव शासन प्रशासन को दिया गया, जोकि नरवा -गरवा -घुरवा बाड़ी वंदे मातरम कोरोना महामारी समस्या के समाधान हेतु व्यवहारिक प्रमाणित नवाचार कार्यक्रम सिद्ध होगा। इसका सत्यापन देखने के लिए डॉक्टर सियाराम साहू अध्यक्ष छत्तीसगढ पिछड़ा वर्ग आयोग एवं उनके साथ प्रहलाद रजक प्रांतीय प्रमुख आए हुए थे। उन्होंने तीर्थ स्थल का भली-भांति निरीक्षण अवलोकन कर शिवजी का पूजन किया इस दौरान क्षेत्र के लोग बडी संख्या में उपस्थित थे
पिछडे वर्ग के लोगों के लिए लगातार कार्य करता रहूंगा – सियाराम साहू
मैनपुर पहुंचे पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष सियाराम साहू ने मैनपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पिछडा वर्ग के लोगों के लिए मैं लगातार कार्य करता आ रहा हूॅ और करता रहूंगा। बहुत से कार्य किये हैं। लगातार प्रदेश के सभी जिलों का दौरा कर रहा हॅू। उन्होंने आगे कहा कि आयोग का कार्यकाल 03 साल तक रहता है, उनका कार्यकाल निर्धारित है। उन्होंने कहा कि पिछडा वर्ग व जनता के विकास के लिए जमीन पर बैठकर भी काम करना पडे़गा तो मैं कार्य करने के लिए तैयार हॅू ।