सरकार की योजना का लाभ लोगों तक पहुंचे : बनर्जी
1 min read मोनिषा बनर्जी ने सुवर्णपुर जिले की जिलाधीश का पदभार संभाला
सुवर्णपुर। बहुत सारे अटकल बाजी के बीच अंततः मंगलवार दिनांक 16 जुलाई आषाढ़ पूर्णिमा के दिन सुवर्णपुर जिले की जिला मजिस्ट्रेट तथा जिलाधीश का पदभार 2013 बैच (ID Code 112q02 ) के आईएएस अफसर मोनिषा बैनर्जी ने संभाल ली एवं कमान संभालने के बाद तुरंत सभी विभाग के जिला अधिकारियों का बैठक बुलाते हुए सभी विभाग का जायजा लिया साथ में सभी को लोगों के साथ जुड़ते हुए सुख दुख में भागीदारी होने की हिदायत प्रदान की ।
उन्होंने सभी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को कहे की सरकारी योजना का लाभ सभी किसान , ग्रामीण कारीगर ,हथकरघा सामग्री के कारीगर एवं जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाना जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता होगी साथ में जिले के सभी शहर गांव के निवासियों को बुनियादी सुविधा प्रदान करने के लिए मेहनत करने के लिए आव्हान दिए हैं । लोगों की समस्या को लेकर कोई भी अफसर तथा आम आदमियों का मुझसे मिलने के लिए समय की पाबंदी नहीं है , निडर होते हुए खुल के सकारात्मक कार्य मैं अपना योगदान को लेकर गुरु मंत्र दिए हैं । पेयपल , सड़क , स्वास्थ्य , शिक्षा , संबलपुरी हथकरधा सामग्री एवं सोनपुरी बमकेई साड़ी आदि को आगे बढ़ाते हुए सुवर्णपुर जिले को विकास के राह पर आगे बढ़ाने की आव्हान दिए हैं । लोगों के लिए कार्य करने के उद्देश्य में सरकार हम सबको भेजे हैं लिहाजा सरकार की कार्य को हम सब मिलकर आगे बढ़ाएं । सभी का मेहनत सुवर्णपुर जिले में विकास की उदाहरण बन जाएगा । मंदिरों का शहर सुवर्णपुर का जिलाधीश के जिम्मा सरकार द्वारा सौंपे जाने पर मैं बहुत खुश हूं क्योंकि काम करने का मौका मुझे मिला है, जिसे सुनकर सभी विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी आनंद के साथ नई जिला मजिस्ट्रेट तथा जिलाधीश को स्वागत किए । गौरतलब है की इससे पूर्व मनीषा बनर्जी ने कालाहांडी जिले के धरमगढ़ सब कलेक्टर , स्टील सिटी राउरकेला के अतिरिक्त जिलाधीश , ओडिशा राज्य गृह विभाग उपसचिव रहते हुए अपना कार्य कुशलता तथा पारदर्शिता दिखा चुके हैं ।
बहुत दिनों के बाद सुवर्णपुर के लोगों ने एक फ्रेश महिला आईएएस अफसर को कलेक्टर के रूप में पाते हुए काफी आनंद के साथ बहुत सारे आशाओं की स्वप्न देखे हैं । लोगों का कहना है कि कई साल पहले आईएएस अफसर सरोज झा सुवर्णपुर कलेक्टर रहते हुए विकास हेतु सभी का हौसला बुलंद किए थे लेकिन राजनीति के शतरंज की चाल में फंसते हुए रातो रात तबादला हुए थे जिसके चलते आम जनता राजमार्ग पर उतरते हुए जोरों शोरों से प्रदर्शन भी किए थे , बाद में एक्टिव आईएएस अफसर देवेंद्र नाथ गुप्ता , विष्णुपद सेठी , सुरेंद्र कुमार आदि जिला कलेक्टर का जिम्मा संभालते हुए विकास कार्य को आगे ले जाने में काफी सक्षम हुए थे । आईएएस अफसर अपराजिता सारंगी जब मिशन शक्ति के डायरेक्टर थे उस वक्त सोनपुर जिले के दौरे करते हुए अच्छे काम करने वाले महिला SHG ग्रुप अधिक हो 23 दो से तीन दफे तक रिवाल्विंग फंड प्रदान करते हुए महिला सशक्तिकरण पर चार चांद लगाते हुए और एक पायदान महिलाओं को चढ़ने के लिए उत्साहित किए थे ।
लेकिन बुद्धिजीवियों का कहना है कि सही अफसर सोनपुर को नहीं दिया जा रहा है । ज्यादातर अक्सर नेताओं के सुनते हुए उनके हाथ के कठपुतली सदृश काम कर रहे हैं । जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है एवं विकास को लाल रिबन की फाइल के नीचे दबोच दिया जाता है । समूह समस्याओं को लेकर आम जनता जिलाधीश के दहलीज में दस्तक देते हुए दरवाजा खटखटाने का कोई भी फायदा नहीं होता है । विकास की एक मुख्य धारा सड़क को माना जाता है लेकिन सोनपुर शहर के मझी पड़ा , बड बाजार अंचल में अतिक्रमण तथा सरकारी जमीन इस कदर जबरन कब्जा किया गया है कि मार्ग, सड़क आदि अवरोध हो गया है । जिसका खामियाजा मरीज, विद्यार्थी, महिला एवं वरिष्ठ नागरिकों को भुगतना पढ़ रहा है । नगर पालिका भ्रष्टाचार के चलते सोरज सिस्टम सही नहीं है एवं बहुत सारे निर्माण कार्य में घोटाले हुई है जरूरतमंद लोगों को विधवा भत्ता तथा बुद्ध लोगों को भत्ता नहीं मिलते हुए कुछ राजनीति राजनीतिक दल के नेताओं को समर्थन करने वाले लोगों को घपले बाजी करते हुए सरकारी पैसा दिया जा रहा है ।
- दो तीन मंजिला बिल्डिंग में रहने वाले लोग , कम उम्र वाले लोग गैर कानूनी ढंग से सरकारी पैसा लूट कर रहे हैं ।जिला ग्राम विकास संस्था (DRDA), ब्लॉक आदि में अधिकारी एवं कर्मचारियों की अद्भुत आचरण के साथ भ्रष्टाचार इस कदर अपना काया विस्तार क्या है की जिसको खत्म करने में जिला कलेक्टर कितने हद तक कामयाब होंगे ? साथ में विकास कार्य को आगे बढ़ाते हुए सरकारी योजनाओं के तहत बुनियादी सुविधा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने में कितने हद तक सक्षम होंगे यह तो आने वाले वक्त ही बताएगा ।