ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र में मचा हैं घमासान
1 min readसंगठन चुनाव को लेकर मैनपुर ब्लाॅक में बारिश के बीच दावेदार बहा रहे है पसीना
क्षेत्र में लोकसभा, विधानसभा चुनाव में हार का सामना कर रहे कांग्रेस पार्टी को जमीनी कार्यकर्ता के हाथो में सौपना होगा कमान
अब क्षेत्र के कार्यकर्ता मनोनित नही बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच से पर्यवेक्षक के माध्यम से रायशुमारी के बाद अध्यक्ष का कमान सौपने की उठा रहे है मांg
रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
मैनपुर – कांग्रेस संगठन के भीतर अब फेरबदल की प्रकिया शुरू हो गई है गरियाबंद जिले में कांग्रेस के नए ब्लाॅक अध्यक्ष को लेकर मंथन का दौर जारी है ऐसे में कांग्रेस के नेताओ और वरिष्ठ सदस्यो के बीच से ब्लाॅक अध्यक्ष को लेकर कई प्रकार के सुगबुगाहट सामने आ रही है. पार्टी में अवसरवादी नेताओं को बदले जमीनी कार्यकर्ताओं को स्थान देने की मांग उठने लगी है. बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के मैनपुर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही अध्यक्ष पद के दावेदार इस बारिश के मौसम में पसीना बहाने कोई कसर नही छोड रहे है और अपने चहते आला नेताओं के परिक्रमा करने का दौर जारी हो गया है, लेकिन अब क्षेत्र के जमीनी कांग्रेस कार्यकर्ता क्षेत्र में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए थोपे हुए या मनोनित अध्यक्ष नही बल्कि पर्यवेक्षक क्षेत्र में भेजकर कार्यकर्ताओं के बीच रायसुमारी के बाद अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद की घोषणा करने की मांग उठा रहे है.
सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार अब तक उपर के नेताओं के द्वारा अध्यक्ष जैसे पद को कई बार बगैर रायशुमारी के मनोनित कर देने से इसका खामयाजा क्षेत्र में कांग्रेस को भुगतना भी पडा है, पिछले 3 लोकसभा व 3 विधानसभा चुनाव में बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र मे कांग्रेस को हार के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ व जमीनी कार्यकर्ताओं ने आगामी संगठन चुनाव में क्षेत्र के जमीनी कार्यकर्ताओं को महत्च देने की मांग प्रमुखता से उठाया है साथ ही इस मामले को लेकर पिछले दिनों कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओ ने सीधे प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम से मुलाकात कर मैनपुर में पर्यवेक्षक भेजकर कार्यकर्ताओं से रायशुुमारी के बाद अध्यक्ष चुनाव करने की मांग किए जाने की जानकारी मिली है।
कांग्रेस के भीतरी गलियारे में जबर्दस्त उठा पटक बढने लगी है
वही दुसरी ओर देखने को मिल रहा है जैसे जैसे संगठन चुनाव नजदीक आ रही है, कांग्रेस के भीतरी गलियारे में जबर्दस्त उठा पटक बढने लगी है. संगठन के लिए संर्घर्षशील सदस्यों को स्थान देने के साथ ही नए चेहरे को भी अवसर देने तथा पुरे कमेटी में समन्वयं और तालमेल बिठाने को लेकर चुनौती की स्थिति निर्मित हो गई है. पार्टी संगठन में अवसरवादी नेताओं को तवज्जों देने के बजाय जमीनी स्तर पर संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओ को महत्व दिए जाने की मांग उठाने लगी है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सत्ता के लालच में आकर कुछ महा पूर्व संगठन के भीतर सक्रिय हुए अवसरवादी लोगो को स्थान दिया जाता है तो इससे जमीनी कार्यकर्ताओं की नाराजगी का ख्मायाजा पार्टी को भुगतना पड सकता है इसके चलते एक ओर जहा 15 साल विपक्ष के संघर्षकाल में कांग्रेस के लिए कडी मेहनत करने वाले सदस्यों के भावनाए आघात होगी वही उनमे नाराजगी भी फैलेगी पार्टी में असंतोष की स्थ्तिि उत्पन्न जो जाऐगी ऐसेी स्थिति में संगठन में फुट पड सकती है और समर्पित निष्ठावान सदस्य संगठन से दुर होते जाते है इसलिए कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं व सदस्यों का कहना है कांग्रेस को बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र में मजबूत करना है और फिर से यहा पार्टी को सत्ता की गलियारो तक पहुचना तो उसे 15 साल संघर्ष करने वाले सदस्यों के अनदेखी करने से बचना चाहिए उनका मानना है अनुभवी और कांग्रेस को मजबूत प्रदान करने वाले वरिष्ठ सदस्यों व जमीनी कार्यकर्ताओ पर विश्वास किय जाए ताकी आने वाले चुनाव में पार्टी को इसका लाभ मिल सके ।
कांग्रेस की सरकार बनते ही संगठन के भीतर प्रवेश करने वाले अवसरवादी नेता अध्यक्ष के पद के दौड मे शामिल
पिछले 15 वर्षो तक कांग्रेस संगठन जब सत्ता से दुर थी तब दुसरे पार्टी में रहकर कार्य करने वाले कुछ अवसरवादी लोग अब कांग्रेस की सरकार बनते ही कांग्रेस में प्रवेश कर अध्यक्ष जैसे पद के लिए अपने आप को सश्क्त दावेदार बता रहे है, और लगातार वर्षो पुराने कांग्रेस के कार्यकर्ता होने का दम भरते हुए कांग्रेस के बडे नेताओं से मुलाकात कर उन्हे बायोडाटा सौप रहे है, साथ ही अपने आप को कांग्रेस के कर्मठ संघर्षशील वर्षो पुराने कार्यकर्ता बताने से नही चुक रहे है, ऐेसे लोगो कांग्रेस के बडे पदो पर बैठें नेताओं तक पहुचकर उनके आंखो में धूल झोकने की कोशिश कर रहे है, स्थानीय जमीनी कार्यकर्ताओं यह सब स्थितियों को देखकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से मांग किया है कि मैनपुर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए मैनपुर मेें पर्यवेक्षक भेजा जाए और स्थानीय जमीनी कार्यकर्ताओं से चर्चा रायशुमारी के बाद ही अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद की चुनाव करने की मांग किया है।