मण्डल कमीशन विरोधी भाजपा करती है फिरकापरस्त व नफरत फैलाने वाली राजनीति
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- “भाजपा के बहकावे व भुलावे में आने से बचें पिछड़े व दलित-लौटनराम निषाद”
- लखनऊ, 20 सितम्बर,2020।
स्थानीय समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा मलिहाबाद विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत महबूब खेड़ा-मवई कलां गाँव में पिछड़ा-दलित वर्ग सम्मेलन का आयोजन मनोज यादव के संयोजकत्व व शत्रोहनलाल मौर्य की अध्यक्षता में किया गया।मुख्य अतिथि के रूप में सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लौटनराम निषाद ने कहा कि सांस्कृतिक क्रांति के द्वारा ही सामाजिक न्याय की बुनियाद को मजबूत किया जा सकता है।
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मण्डल कमीशन की विरोधी भाजपा पर फिरकापरस्त व नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया।कहा,हिजड़ों में वर्गीय स्वाभिमान होता है, पर भाजपा के पिछड़े-दलित सांसदों,विधायकों का चरित्र वर्गद्रोही है।
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सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि ओबीसी ,एससी का उपवर्गीकरण कराने की साज़िश को आरएसएस की फिरकापरस्त साज़िश बताया।कहा कि मण्डल विरोधी भाजपा पिछडों,दलितों व वंचितों की हितैषी नहीं हो सकती।सेन्सस-2021 में जातीय जनगणना कराने,ओबीसी,एससी को जनसंख्या अनुपात में हर स्तर पर आरक्षण कोटा दिलाने, ओबीसी आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में दर्ज कराने, उच्च व केन्द्रीय शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थानों, केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में समानुपातिक आरक्षण कोटा देने, ओबीसी, एससी का बैकलॉग भरने, उच्च न्यायपालिका में न्यायाधीशों के मनोनयन की कॉलेजियम सिस्टम को खत्म कर भारतीय न्यायिक सेवा आयोग से करने की मांग को मजबूती से उठाकर आंदोलन की आवश्यकता है।
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कॉलेजियम को विश्व की अनोखी परम्परा बताते हुए कहा कि इससे जातिवाद, भाई-भतीजावाद को खुला बढ़ावा दिया जाता है।कॉलेजियम सिस्टम असंवैधानिक व नैसर्गिक न्याय के प्रतिकूल है। आगे कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान व आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री सामाजिक न्याय व व्यवस्था परिवर्तन की राजनीति कर रहे हैं,जो स्वागत योग्य है।उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि चयन व साक्षात्कार समिति में ओबीसी,एससी, एसटी व महिला वर्ग की अनिवार्यता का निर्णय सामाजिक न्याय के अनुकूल है।सम्मेलन को ज्ञान सिंह यादव, सी एल वर्मा, गणेश मौर्य, बसंतलाल रावत, सुलेमान प्रधान, रमेश यादव पूर्व प्रधान, नन्दू विश्वकर्मा, प्रेम मौर्या, मनोज यादव, छोटेलाल कश्यप प्रधान, राजेन्द्र लोधी, जयपाल पाल प्रधान आदि ने भी सम्बोधित किया।