भाजपा झूठ-फरेब, छल, कपट व जुमलेबाजी की राजनीति करने वाली फिरकापरस्त पार्टी : लौटन राम निषाद
1 min read- “श्रीराम -निषादराज की मित्रता का हवाला देकर निषादों का वोट लेकर सरकार बनाने वाली भाजपा निषादों के साथ कर रही अन्याय”
अयोध्या। जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तो भाजपा के बड़े से बड़े नेता एक जाति विशेष की सरकार का प्रचार कर गैर यादव व गैर जाटव अतिपिछड़ी व अति दलित जातियों को भ्रमित किया करते थे। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में 86 में 56 यादव एसडीएम (पीसीएस ) चयनित किये जाने का झूठा प्रचार कर गैर यादव अतिपिछड़ी जातियों के बीच यादवों के प्रति नफरत की भावना पैदा करने का षड़यंत्र किया करते थे लेकिन,सच्चाई यह थी कि उस समय 30 में 5 यादव एसडीएम(पीसीएस ) हुए थे । लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष अनिल यादव के तीन वर्षीय कार्यकाल में कुल 97 एसडीएम चयनित हुए थे जिसमें 14 यादव, 18 एससी व 29 गैर यादव पिछड़ी जातियों के थे। जब किसी पुलिस चौकी का इन्चार्ज व थानाध्यक्ष यादव उपनाम धारी नियुक्त होता था तो उसे मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव का रिश्तेदार बताया जाता था। जब कि वर्तमान में नीचे से ऊपर तक हर स्तर पर दो तीन जातियों के अधिकारियों का वर्चस्व कायम है।
राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव व समाजवादी पार्टी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटनराम निषाद ने अयोध्या विधानसभा क्षेत्र व पूरा क्षेत्रान्तर्गत तिहुरा माँझा गोड़ियाना व तिहुरा उपरवार ग्राम में समाजवादी युवजन सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र यादव व अयोध्या महानगर सपा महिला सभा की अध्यक्ष श्रीमती सरोज यादव के संयोजकत्व में आयोजित चौपाल व जनसंवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सपा सरकार पर यादवों की सरकार का आरोप लगाने वाली भाजपा सरकार अब गैर यादव, गैर जाटव अतिपिछड़ी, अतिदलित जातियों की विशेष अभियान चलाकर भर्ती क्यों नहीं कर रही, अब कौन रोक रहा है?यदि सपा सरकार में 27% ओबीसी आरक्षण को य्यादव हड़प रहे थे,तो अब कौन हड़प रहा और अतिपिछड़ों का हिस्सा कौन खा रहा है?
निषाद ने भाजपा से पूछा है कि पुलिस भर्ती, शिक्षक भर्ती, एपीओ भर्ती,पीसीएस जे, प्राध्यापक भर्ती आदि में अतिपिछड़े अतिदलित वर्ग के कितने अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। योगी सरकार पिछड़ों व दलितों को पीछे करने व उनकी शिक्षा को बाधित करने के लिए तरह-तरह के षड़यंत्र कर रही है।
निषाद ने चौपाल को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने अब तक एक भी जनकल्याणकारी योजना शुरू न कर भेद भाव पूर्ण कार्य कर पिछड़ों, दलितों व अल्पसंख्यकों को पीछे करने के काम मेे जुटी हुयी है। निषाद ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने बिना भेद भाव के कन्या विद्या धन योजनाए छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना में 18 लाख विद्यार्थियों को लैपटाॅप वितरण, 38 लाख बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता, 56 लाख माताओं बहनों को समाजवादी पेन्शन, गम्भीर बीमारी इलाज सहायता योजना, लोहिया आवास योजना, जनेश्वर मिश्रा ग्राम्य विकास योजना, यू0पी0 100 पुलिस सेवा,102 व 108 एम्बुलेन्स सुविधा,किसान कर्जमाफी, किसान बीमा योजना, 5 लाख की किसान व मछुआ दुर्घटना बीमा सहायता आदि सहित तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया। जिसे योगी सरकार ने खत्म कर गरीबों पिछड़ों, दलितों, विद्यार्थियों, महिलाओं, दिव्यांगों के साथ घोर अन्याय किया।
निषाद ने भाजपा को निषाद, पिछड़ावर्ग विरोधी करार देते हुए कहा कि सपा सरकार ने 2013 में 5 अप्रैल को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था,जिसे योगी सरकार ने खत्म कर निषाद समाज को अपमानित किया।सपा सरकार ने निषाद समुदाय की जातियों सहित 17 अतिपिछड़ी जातियों को एससी में शामिल करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था,जिसे भाजपा सरकार ने रद्दकर अन्याय व वादाखिलाफी किया है। चौपालों को सर्वश्री रमेश माँझी, सुनील माँझी, अशोक यादव, रामजनम मौर्या, बृजेश गौतम, दिनेश माँझी,रामसूरत माँझी, विजय कुमार निषाद, जगदेव माँझी, मुरलीधर मांझी,राजेश रावत,दुर्गा प्रसाद माँझी, अरबिंद निषाद आदि ने भी सम्बोधित किया।