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October 18, 2024

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भाजयुमो कार्यकर्त्ताओं ने अटलजी को याद कर मनाया सुशासन दिवस

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गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार

कसडोल मंडल के ग्राम हटौद, छरछेद, मोतीपुर, खर्री के 6बूथों में 25 दिसम्बर को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर मनायें सुशासन दिवस । भारत की शान और जान माने जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी की आज 96वीं जयंती है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अगर आज जीवित होते तो वह वह अपना 96वां जन्मदिन मन रहे होते। लेकिन वाजपेयी अब सिर्फ कथाओं, कहानियों और राजनीतिक गलियारों में रचते-बास्ते हैं। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 अगस्त 2018 को दिल्ली में अपनी आखरी सांस ली और पंचतत्व में विलीन हो गए।

भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष सत्यनारायण पटेल ने भाजयुमो कार्यकर्त्ताओं को संबोधित करते हुए कहा की वाजपेयी का राजनीतिक गलियारों में एहम योगदान रहा है। उनकी ज़िन्दगी के किस्सों का ज़िक्र नीति, लोकप्रिय नेता और बेहतरीन कवि के रूप में याद किये जाते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी भारत की सियासत का एक बड़ा चेहरा हैं। जिनसे शायद इस देश का बच्चा-बच्चा वाकिफ है। वाजपेयी भारतीय सियासत का एक ऐसा चेहरा रहे हैं जिनका आपको शायद ही कोई दुश्मन मिले।शांत स्वाभाव और शीतल व्यक्तित्व वाले वाजपेयी कवि पत्रकार, संघ के कार्यकर्ता के तौर पर लगातार विजय पथ पर बढ़ रहे वाजपेयी पहली बार 1957 के लोकसभा चुनाव में जीतकर संसद पहुंचे। वह 10 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश और गुजरात से सांसद भी रह चुके हैं। वह भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे और 22 मई 2004 तक वह भारत के प्रधानमंत्री बने रहे।

जिला कार्यकारिणी सदस्य भारत दास ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की वाजपेयी राजनीति का ध्रुव तारा है।जिन्होंने हम समस्त छत्तीसगढ़ वासीयों को अलग राज्य प्रदान कर गौरवान्वित किया गया है। जिनके कुशल नेतृत्वमें पूरे देश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का जाल बिछा कर लोगों के जीवन को आसन किया। मंडल प्रचार प्रसार मंत्री संत राम वर्मा ने भाजयुमो कार्यकर्त्ताओं से अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती के अवसर पर आह्वान कर कहा कि आप सभी कार्यकर्त्ता अटल जी के पद चिन्हों पर चलते हुए व्यक्तित्व गढ़ें यही सच्ची पुष्पांजली होगी।

उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से सत्यनारायण पटेल ज ,अटल संत राम वर्मा,भरत दास मानिकपुरी , ओमप्रकाश निराला, पुसाऊ कैवर्त्य, चंद राम साहू ,राकेश कुमार रजक ,नरेंद्र कुमार ,सेवक दास, राजेन्द्र कुमार , निषाद ,लक्ष्मी नारायण साहू ,जोहित कैवर्त ,पुरषोत्तम साहू ,न्यायमिश्रा ,भरतसाहू ,द्वारिका दास ,महेश्वर साहू ,सुखनंदनध्रुव ,ओमप्रकाश ,दरस राम केवट ,संजय साहू,सुन्दर लाल चौहान,रविशंकर कैवर्त नारायण पैंकरा, थानू वर्मा, फिरत राम वर्मा, पुष्कर पैंकरा, सुनील कैवर्त्य, देवेन्द्र पैंकरा,उमेंद वर्मा, हेत राम, ओमकार, पुरुषोत्तम, अजित, आशीष, घना राम, उमेश, शत्रुहन पैंकरा, राम दयाल पटेल,राम प्रसाद पटेल, दौलत राम, योगेश कुमार पटेल, सुखराम पटेल, राम दयाल पैंकरा, हरिराम , श्रीराम, धातानंद, लखन, अनूफराम, दिपक, बिहारीलाल, रोहित, लक्ष्मीनारायण, रामबिसाल, खम्हनसिह, साहिल, सुमित, राजू, हिमांचल, रामगिलास, प्रेमचंद, लालसिंग, मनोहर, जितेंद्र, रतनलाल व देवीदयाल आदि कार्यकर्त्ता उपस्थित हुए।

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