शहर में तिरंगा के अपमान पर प्रबुद्धजनों में उबाल
1 min readमामला गिनीज बुक आॅफ रिकार्ड के लिए स्माईल फोर एवर की तिरंगा यात्रा में तिरंगे के अपमान की
राउरकेला। स्वाधीनता दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर शहर में निकली तिरंगा यात्रा में देश भक्ति का ज्वार उमड़ पड़ा था, जिसमें शहर के लोग धर्म, जाति व समुदाय से ऊपर उठकर इस तिरंगा यात्रा का सम्मान करने के लिये भारी तादाद में जुटे, लेकिन शहर में शान बढ़ाने के लिए निकला गया तिरंगा का स्माइल फॉर एवर ने तिरंगा का अपमान किया। रिंग रोड में कहीं तिरंगा पर पैर रखा था तो कहीं जमीन पर छोड़ दिया गया, जिससे तिरंगा के अपमान के लिये आयोजकों के खिलाफ कायर्वाई की मांग उठने लगी। कुछ लोगों ने इस यात्रा में अव्यवस्था व तिरंगा के अपमान का आरोप। शहर के प्रबुद्ध लोगों में तिरंगा के अपमान पर उबाल है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में शहर में देश भक्ति के प्रतिक तिरंगा का अपमान करने का साहस कोई ना कर सके। वरिष्ठ कांग्रेस नेता विरेन सेनापति ने कहा की तिरंगा का आपमान दुर्भाग्यपूर्ण कार्य है। उचित ध्यान रखना चाहिये था अपना बढ़ावा दिखाने के लिए इस तरह का काम नही करनी चाहिये। राउरकेला चेंबर आॅफ कमर्स के अध्यक्ष प्रविण गर्ग ने कहा की कुछ उत्साहिनोसिखी युवकों ने गलती की है।
बुध्दीजीवि व संगठन के लोगों को निस्वार्थ भाव से जोड़ने से यह कार्यक्रम आवश्य सफल होता।बीजद के अल्पसंख्यक सेल के राज्य उपाध्यक्ष जशविंदर सिंह गोल्डी ने कहा की रिकार्ड की जरूरत नहीं। झंडा का सही सम्मान से कार्यक्रम करने से राउरकेला के लोग काफी खुश होते। झांडा का अपमान निंदनिय व यह कार्यक्रम से राउरकेला का नाम बदनाम हुई है। अबर्न कॉपरेटिव बैंक के निर्देशक शैलेंद्र मारोठिया ने कहा की बहुत दुर्भाग्य की बात है की राउरकेला में तिरंगा यात्रा में तिरंगा का अपमान कि या गया। सही योजना से कार्यक्रम का आयोजन नही हो पाने से यह तिरंगा अपमान जैसी गलती हुई है।
प्रशासन को इस दिशा में कार्रवाई करनी चाहिये ताकी भविष्य में इस तरह का कार्य ना हो पाये। समाजसेवी संतोष कुमार ने कहा की उत्साहि युवकों ने अच्छा कार्यक्रम अपने हाथ में लिया था पर तिरंगा का अपमान से कार्यक्रम का शोभा नही बन सका।भविष्य में दूवारा इस तरह का काम नही हो इसका ध्यान रखना जरूरत है।बीजद अल्पसंख्यक के राउरकेला अध्यक्ष मो। खालिद ने कहा की तिरंगा हमारी शान-मान अभिमान है इस तिरंगा का अपमान होने से करोड़ो देशवासियों का मन में चोट लगी है। इस प्रकार कार्यक्र म का निंदा करते है। समाजसेवी सीताराम दत्त ने कहा की तिरंगा अपमान करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ताकी भविष्य में इस प्रकार कार्यक्रम का पुना:वित ना हो पाये। युवा व्यावसायी राकेश चक्रवती ने कहा की जिस संस्था ने यह कार्यक्रम का आयोजन किया उसे पहले तिरंगा का सम्मान की जानकारी होनी चाहिए ।जानकारी का अभाव व रिकार्ड बनाने की जूनून में वे यहा तिरंगा का सम्मान देना भुल गए। इससे करोड़ों भारतीयों के दिल में ठेस पहुंची है। संस्था के पदाधिकारी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिये।