सदन में उठा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति लगाने में भ्रष्टाचार का मामला, बृजमोहन ने लहराया सबूत के कागज
1 min readRaipur CG- शुक्रवार को सदन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति लगाने में भ्रष्टाचार का मामला उठा। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और शिवरतन शर्मा ने इस मामले में लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर काम रोककर जांच की मांग की। अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि मंत्रालय में गांधी जी पुरानी मूर्ति लगाई गई है। इस मामले में छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है। BJP नेताओं ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग की।
सनसनीखेज आरोप के दौरान सदन में सन्नाटा छा गया। सभी विधायक आवाक होकर सुन रहे थे। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सदन से कहा-“मंत्रालय में गांधी जी की नईं मूर्ति की नाम पर पुरानी खंडित मूर्ति लगाकर उसका खर्च बता दिया गया। गड़बड़ी यही नहीं थमा बल्कि बल्कि गांधी प्रतिमा लोकार्पण भी सीएम से कराया गया। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित पूरे विपक्ष ने भ्रष्टाचार के आरोप को लगाते हुए स्थगन पेश किया।
इस आरोप के बाद पूरे सदन में जमकर हंगामा होने लगा। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही पक्ष तेज़ी बहस-बाजी हुई। मंत्री अमरजीत भगत भी कुछ बोलने लगे लेकिन शोरगुल इतना बढ़ गया कि यहां कोई एक दूसरे की बात तक नहीं सुन रहे थे। इस शोरगुल के बीच सभापति धर्मजीत सिंह ने स्थगन प्रस्ताव को आग्रह कर दिया।
विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा-“यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मसला है। इस को हम पूरे तथ्यों के साथ रखना चाहते हैं.. हमें सदन में चर्चा का अवसर दीजिए” सदन में वरिष्ठ सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कुछ कागज भी दिखाए और कहा यह आदेश की प्रति है, जो भ्रष्टाचार का प्रमाण है। सदन में तेज शोरगुल और हंगामा के बीच आसंदी ने सदन की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में इस मुद्दे के बाद पूरे दिन चर्चा होती है।