भागवत कथा के श्रवण करने से मानव जीवन में एक नहीं अपितु कई जन्मों के पापों का नाश होता है – आचार्य युवराज पांडेय
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- श्रीमदभागवत कथा में शामिल होने हजारों की सख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं का जनसैलाब
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड के ग्राम तेतलखूंटी मे 09 अप्रैल से लगातार चल रहे श्रीमद भागवत कथा में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ सहित ओडिसा प्रदेश से भी हजारों कीं सख्या में श्रध्दालु पहुंच रहे हैं । यहां तक कि विशाल पंडाल में पैर रखने तक की जगह नहीं है। श्रद्धालुओं की अपार भींड तेज धुप और गर्मी के बीच पंडाल के बाहर भी लगा रहता है। आचार्य पंडित युवराज पांडेय के द्वारा भागवत कथा की वाचन शैली हर कोई प्रभावित नजर आता है और जब तक भागवत कथा चलता रहता है। कोई भी श्रध्दालु पंडाल से उठने का नाम नही लेते।आज श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में आज बहुत ही मनोहक झांकी सजाई गई थी जिसमें छत्तीसगढ़़ लोक परम्परा अनुसार हल्दी रस्म सहित श्री कृष्ण जी एवं रूखमणी विवाह हुआ।
मड़वा गीत के साथ सभी श्रद्धालु झूम उठे आज के कथा में छत्तीसगढ़ प्रसिद्ध कथावाचक पं युवराज पांडेय भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं सहित कालिदहन, गोवर्धन पूजा, माखन लीला, ब्रह्मा का मोह सहित गोपी का मां कात्यायनी का आराधना करना श्री कृष्ण को प्राप्त करने हेतु महाराज जी ने बताया कि महारास जीव का ब्रह्म से मिलना ही महारास है आत्मा का परमात्मा का मिलन ही महारास है। आज रूखमणी हरण तथा विधिवत उनकी विवाह का वर्णन किया। भगवान जीव के भाव के भुखे होते हैं। शुद्ध अंतःकरण से प्रभु को स्मरण करने से परमात्मा अवश्य दर्शन देते हैं जिस प्रकार रूखमणी जी ने कान्हा को स्मरण किया और उनकी मनोकामना पूर्ण हुई जिसमें आज के कथा में उड़िया भजन के द्वारा आचार्य जी के भजनों ने भक्तजनों को मंत्र मुग्ध कर दिया आज की कथा में भक्तों जन सैलाब देखने को मिला सभी श्रद्धालु ओड़िया भजनों पर झूम उठे।
आचार्य पंडित युवराज पांडेय ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा सुनने से पापी भी पाप मुक्त हो जाते है, कथा अमृतपान करने से सम्पूर्ण पापो का नास होता है। उन्होंने कहा कि इस संसार में केवल भगवान ही हमारे है और कोई भी संसार में अपना नहीं है। इसलिए समस्त संसार से मोह को त्यागकर हमें भगवान के श्रीचरणो में अपने मन को लगाना चाहिए। इस आयोजन के यजमान तपेश्वर ठाकुर एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नंद कुमारी ठाकुर है। यह धर्म यज्ञ समस्त ग्राम वासी तेतलखुंटी द्वारा आयोजित किया गया है जिसमें नित्य भक्तों के लिए भंडारा का भी व्यवस्था किया गया है।