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December 24, 2024

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औद्योगिकरण व सड़कों के निर्माण से प्रदूषण में हो रही बेहताशा वृद्धि: साहू

Call for a yacht plantation

पर्यावरण सुरक्षा मंच का कटे हुए पेड़ के बदले व्यापक पौधारोपण का आह्वान
राउरकेला। जिले में औधोगिकीकरण रेलवे व सड़क परियोजनाओं के लिये काटे गए हजारो  वृक्षों की जगह नये पेड़ नही लगाये जाने से प्रदुषण बढ़ रहा है। परिवेश सुरक्षा मंच ने बताया कि आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में उद्योग के लिये जमीन लिया गया जिससे खेती प्रभावित हुई व प्रदुषण बढ़ा। जल,वायु,प्रदुषण को रोकने के जिलाप्रशासन खासकर आंचलिक  प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड,महानगर निगम,आंचलिक परिवहन कार्यालय असफल रहा है।

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इस तरह का आरोप  सुरक्षा मंच ने लगाया है। बंसती कॉलनी में परिवेश सुरक्षा मंच की ओर से आयोजित प्रेसवार्ता में मंच के  सलाहकार सदानंद साहू ने कहा कुआरमुंडा, कलुंगा,लाठीकटा,राजगॉगपुर अंचलों के उद्योग  के कारण केवल जल ही नही बल्कि वायु  भी  प्रदुषित हो रहा है।राउरकेला आंचलिक परिवहन अधिकारी के अधिन में स्थित वाणिज्यिक वाहनों से 60 प्रतिशत से ज्यादा वाहनों से वायु प्रदुषण हो रहा है। कोइडा, टेनसा में गाड़ियों के चलने पर भी बिना जांच के फिटनेस सार्टिफिकेट दिया जा रहा है। परिवहन के अफिसर 55 वर्ष के अंदर किसी परिवहन अधिकारी छह वर्ष से ज्यादा अपने पद पर नही रहा है पर अभी के आंचलिक परिवहन अधिकारी किस तरह से छह वर्ष से ज्याद इस पद पर रहे है उसपर लोग सवाल कर रहे है, जिसके विरोध में मंच की ओर से 10 जूलाई को आरटीओ अफिस का घेराव करने की जानकारी दी गई है। इसके साथ एडीएम को मांग पत्र भी देगें।17 जूलाई को आंचलिक परिवहन कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन किये जाने के साथ ही परिवेश मंत्री को मांगपत्र सौंपे जाने की बात कही गई है। डा. किशोर दास ने कहा जल, जमीन, जंगल के साथ परिवेश की सुरक्षा के लिये वन महोत्सव से दो अक्टूबर गांधी जयंती तक परिवेश सुरक्षा मंच की ओर से तीन महीने तक परिवेश सुरक्षा  जागरूकता अभियान आंरभ करने का निर्णय  लिया गया है। अन्यों में सार्थीर कृ ष्ण चंद्र आचार्या, जनअधिकार मंच के स्वागतिका महांती,जन मंगल परिषद के जेम्स बाहाल, फकीर मोहन, यूथ  एसोसिएशन के तपन नायक आदि उपस्थित थे। लोग खेती छोड़कर मजदूरी करने लगे पर संयंत्रों के बंद होने के बाद उनके समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गयी। संयंत्रों के कारण जल,वायु व मिट्टी दूषित हुई, जिससे खेती भी ठीक तरह से नही होती। यह चिंता की बात है।

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