छत्तीसगढ़ में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस प्रोजेक्ट की केन्द्रीय टीम ने की सराहना
1 min read‘‘छत्तीसगढ़ में प्रोजेक्ट ऑपरेशन्स की प्रगति अन्य प्रदेशों के लिये प्रेरणा’’
रायपुर :छत्तीसगढ़ में चल रहे प्रोजेक्ट iRAD (एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस) के कार्य प्रगति की केन्द्रीय ई-परिवहन व राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के विभागाध्यक्ष एवं उप महानिदेशक ने सराहना करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ टीम, द्वारा किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों से अन्य राज्यों को सक्रियता से कार्य की प्रेरणा मिलेगी। हम भारतीय सड़कों को कम से कम दुर्घटना और मृत्यु के मामलों के साथ सुरक्षित बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें आपका योगदान सराहनीय है।
केन्द्रीय ई-परिवहन व राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र के एचओडी जयदीप सोम ने कहा है कि एनआईसी सेंट्रल टीम ने छत्तीसगढ़ राज्य का उदाहरण दिया है, कि राज्य टीम ने समय से पहले परियोजना को लागू कर प्रशंसनीय कार्य कर अन्य राज्यों के लिए मिसाल कायम की है।
उल्लेखनीय है कि देशभर में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों का विश्लेषण कर आवश्यक सुधारात्मक उपाय करने, तथा दुर्घटनाओं में नियत्रण के लिये केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनआईसी तथा आईआईटी मद्रास के सहयोग से iRAD (एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस) मोबाईल एप और वेव एप्लिेशन तैयार किया है, जिसकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाकर उसे रोकने के प्रयास किया जाएगा। मई 2021 के अंतिम सप्ताह में इसकी शुरूआत छत्तीसगढ़ में की गई।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नामांकित राज्य नोडल अधिकारी/ संयुक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) श्री संजय शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के परिवहन, पुलिस, पीडब्ल्यूडी/राजमार्ग, स्वास्थ्य विभागों के राज्य नोडल अधिकारियों सहित सभी जिलो में नोडल अधिकारी बनाकर पुलिस, परिवहन, पीडब्ल्यूडी/राजमार्ग स्वास्थ्य विभाग तथा एनआईसी के मैदानी/विवेचना अधिकारियों को सतत् प्रशिक्षण दिया गया। एक महीने के अंतराल में प्रदेश भर में छः हजार से अधिक डेमो अभ्यास किये गये, जिससे दुर्घटना के कारणों का स्पष्ट उल्लेख किया गया। छत्तीसगढ़ की आईआरएडी की टीम की कार्य शैली और प्रबंधन को देखकर केन्द्रीय टीम ने इसके प्रमुख श्री संजय शर्मा और पूरी टीम की सराहना करते हुए इस मॉडल का अन्य राज्यों को अनुसरण करने की सलाह दी है।
सही जानकारी से कम होगी दुर्घटना
प्रदेश के विभिन्न मार्गो में दुर्घटनाओं के सही कारण मालूम होने से आवश्यक सुधारात्मक उपाय किये जाने से दुर्घटनाओं में कमी संभावित है। सड़क दुर्घटना सड़क की बनावट, ट्रॉफिक कॉमिंग सहित अन्य सड़क सुरक्षा उपायों के न होने, मौसमी कारणों से, ड्राईवर के शराब पीकर वाहन चलाने से, घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार में विलंब या मोटरयान में ब्रेक फेल या फिटनेस सहित अन्य यांत्रिकीय खराबी की वजह से हुई है, या तेज रफ्तार से वाहन चलाने, इसके अलावा दुर्घटना के बाद दुर्घटनाग्रस्त को अस्पताल पहुंचने में कितना समय लगा सहित अन्य जानकारी इस एप्लिेशन के माध्यम से सीधे जिला/राज्य मुख्यालय सहित केन्द्रीय परिवहन मुख्यालय तथा विश्लेषण/समीक्षा के लिये आईआईटी मद्रास, में पहुंच जाती है।
दुर्घटना के कारणों की सही जानकारी होने से संबंधित विभागों के अधिकारीगण उस दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों में आवश्यक सुधारात्मक उपायों हेतु पहल करेंगें। iRAD (एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस) के समुचित उपयोग से संबंधित विभागों को सही जानकारी मिल सकेगी। संबंधित विभागो के प्रचलित सेवाओं को एकीकृत/इंटरफेस किये जाने से वाहन का नबर लिखते ही वाहन संबंधित पूरी जानकारी एप्लिकेशन उपयोगकर्त्ता को मिल जाएगी। इस पर अपलोड किये गये डेटा संबंधित विभागों के माध्यम से सड़क सुरक्षा की भावी कार्य योजनाओं के लिये अत्यंत उपयोगी होगी।