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December 24, 2024

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आरएसपी को आदर्श पर्यावरण-अनुकूल इस्पात संयंत्र बनाने का सीईओ का आह्वान

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CEO's call to build steel plant

सक्रिय पर्यावरण प्रबंधन के लिए आरएसपी में  27 विभागीय पर्यावरण अधिकारी मनोनीत
राउरकेला। को सीपीटीआई आॅडिटोरियम में संयंत्र के नव नियुक्त व मनोनीत विभागीय पर्यावरण अधिकारियों (डी।ई।ओ) को संबोधित करते हुए आरएसपी के सीईओ श्री दीपक चट्टराज ने जोर देकर कहा कि आईये हम राउरकेला इस्पात संयंत्र को एक आदर्श पर्यावरण अनुकूल संयंत्र बनाएं। उल्लेखनीय है कि, 27 वरिष्ठ अधिकारियों को डीईओ के रूप में चुनकर नामित किया गया है जो न केवल सभी प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के कुशल संचालन को सुनिश्चित करेंगे बल्कि पर्यावरण प्रबंधन प्रणालियों को तैयार करने के साथ, कार्यान्वित करेंगे और कायम रखेंगे।कायर्पालक निदेशक (वकर््स), श्री गौतम बनर्जी और महा प्रबंधक प्रभारी (अग्नि सेवा, पर्यावरण एवं सुरक्षा), श्री एस।के।आचार्य भी सी।ई।ओ के साथ मंच पर उपस्थित थे। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन),  श्री राज वीर सिंह, कायर्पालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन), श्री डी।के।महापात्र, कायर्पालक निदेशक (परियोजना), श्री पंकज कुमार, निदेशक प्रभारी (एम।एण्ड एच।एस।),  डॉ। एस।एस।पति, ओडिशा, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के श्री डी।के।साहु, मुख्य महा प्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष और विभागीय पर्यावरण अधिकारी।इस अवसर पर बोलते हुए, श्री चट्टराज ने कहा कि हमारा उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को भूरे रंग की दुनिया के बजाय एक हरा भरा दुनिया सौंपना है।

CEO's call to build steel plant

आगे विस्तार करते हुए सीईओ ने कहा कि राष्ट्र के लिए एक इस्पात निर्माता के रूप में आर।एस।पी एक जिम्मेदार निगमित नागरिक की भूमिका निभाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने डीआईओ के टीम को विचार मंथन करने के लिए प्रेरित किया ताकि शून्य अपशिष्ट निर्वहन को प्राप्त करने के तरीकों का पता लगाया जा सके, विशिष्ट ऊर्जा खपत को 6 गीगा कैलोरी प्रति टन कच्चे स्टील, विशिष्ट जल की खपत को 2 क्यूबिक मीटर प्रति टन क्रूड स्टील और उत्पादन लागत को 3500 / – प्रति टन बिक्री योग्य स्टील प्राप्त किया जा सके। उन्होंने व्यवस्थित और प्रभावी लेखांकन, इनपुट और आउटपुट सामग्री का उचित औचित्य, इन्वेंट्री और मांग की तार्किक व्युत्पत्ति पर जोर दिया ताकि समय पर सुधारात्मक कारर्वाइयों की जा सके। हर कदम पर उचित विश्लेषण और तकनीकी-आर्थिक मापदंडों में सुधार कर वाणिज्यिक लाभ के साथ हरित संयंत्र सुनिश्चित किया जा सके। इस अवसर पर श्री बनर्जी ने पर्यावरण और ऊर्जा मानदंडों का अनुपालन करने में विभागाध्यक्ष का सही मार्गदर्शन और मदद करने के लिए नव नामित विभागीय पर्यावरण अधिकारियों को प्रेरित किया।श्री। डी के साहू ने सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से मुद्दों को संबोधित करने में आरएसपी प्रबंधन द्वारा उठाए गए कदम और सक्रिय उपायों की सराहना की।समारोह के दौरान सी।ई।ओ। ने विभागीय पर्यावरण अधिकारियों के लिए एक हैंडबुक जारी की जो आने वाले दिनों में उनके लिए त्वरित सहायक के रूप में मदद करेगी।प्रारंभ में पर्यावरण इंजीनियरिंग विभाग के महा प्रबंधक प्रभारी, श्री एस।एन।खेस ने जनसमूह का स्वागत किया, जबकि महा प्रबंधक प्रभारी, सुरक्षा, पर्यावरण और अग्निशमन सेवा, श्री एस।के। आचार्य  ने एक परिचयात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की और कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रदान किया। उप महा प्रबंधक, एस।एम।एस।-2, श्री अनाबिन्दो महांति ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया।उल्लेखनीय है कि आर।एस।पी। पूरी सेल यूनिटों में पहला यूनिट है जिसने रणनीतिक तौर पर पर्यावरण और ऊर्जा से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए विभागीय पर्यावरण अधिकारियों की अवधारणा को लागू किया है। एक दिवसीय कायर्शाला में  डी।ई।ओ। की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों, विभिन्न नियमों और विनियमों, आर।एस।पी। के समक्ष चुनौतियों इत्यादि पर चर्चा की जायेंगी।

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