Recent Posts

October 17, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

CG: 10वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी, ऐसा पहली बार हुआ है जब बोर्ड ने बिना लिखित परीक्षा कराए रिजल्ट जारी किए

1 min read
  • हैंइंटरनल असेसमेंट (आंतरिक मूल्यांकन) के आधार पर इसे तैयार किया गया
  • इसमें कोई स्टूडेंट फेल नहीं हुआ
  • वहीं, 97% बच्चे फर्स्ट डिवीजन में पास हुए

कोरोना ने जीने के तरीके से लेकर पढ़ाई और परीक्षा को लेकर नियमों में बदलाव कर दिया है। कोरोनावायरस को देखते हुए बुधवार को स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि इस परीक्षा में कुल 4 लाख 61 हजार 93 बच्चों का इंटरनल असेसमेंट किया गया था, जिन बच्चों ने असाइनमेंट जमा नहीं किया था, उनको भी मिनिमम मार्क्स देकर पास कर दिया गया है। इनमें से 4 लाख 46 हजार 393 स्टूडेंट फर्स्ट डिवीजन में पास हुए हैं। यह कुल स्टूडेंट्स का 97% है। 9 हजार 24 विद्यार्थियों की सेकंड डिवीजन आई। वहीं 5,0673 थर्ड डिवीजन में पास हुए।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया, लिखित परीक्षा नहीं होने से इस बार बोर्ड मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जा रही। रिजल्ट छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट cgbse.nic.in पर देखा जा सकता है। इससे मार्कशीट की कॉपी भी डाउनलोड की जा सकती है।

जो नंबरों से संतुष्ट नहीं हैं उन्हें परीक्षा देनी होगी

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा, इस बार इंटरनल असेसमेंट के आधार पर रिजल्ट जारी किया गया है, ऐसे में फिर से रीटोटलिंग और रीचेकिंग नहीं की जाएगी। जो स्टूडेंट अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं हैं उन्हें परीक्षा का मौका दिया जाएगा।

4,686 प्राइवेट स्टूडेंटस् भी पास

बताया गया कि इस बार 4,686 स्टूडेंट्स प्राइवेट थे। उनमें से सभी पास हो गए हैं। बोर्ड ने 6,168 स्टूडेंट्स के परीक्षा फार्म रिजेक्ट कर दिया थे। ऐसे में वे इस परीक्षा में शामिल नहीं माने गए।

51% लड़कियां पास हुईं

माध्यमिक शिक्षा मंडल के मुताबिक इस परीक्षा में 2 लाख 31 हजार 999 लड़कियां पास हुई हैं। यह कुल स्टूडेंट्स का करीब करीब 51% है। इनमें भी 98% फर्स्ट डिवीजन में और 1.30% सेकंड डिवीजन में पास हुई हैं।

पिछली बार से ज्यादा स्टूडेंट्स थे

कोरोना संकट के बीच इस साल हाईस्कूल में पिछले साल से अधिक स्टूडेंट्स थे। 2020 में 3 लाख 87 हजार बच्चों ने 10वीं की परीक्षा थी। इस बार यह संख्या बढ़कर 4 लाख 61 हजार से अधिक हो गई। पिछली बार 10वीं का रिजल्ट 73% था, इस बार यह बढ़कर 100% हो गया। प्रदेश की सरकार चाह रही थी इस समय पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाए लेकिन कोरोनावायरस के दूसरी लहर ने देश में तबाही मचा दिया है। गंभीर मामले को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बोर्ड परीक्षा को स्थगित कर दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *