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October 17, 2024

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राजकीय पशु वन भैंसा पर विशेष डाक लिफाफा का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन

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मैनपुर । राजकीय पशु वन भैसा के सरंक्षण तथा संवर्धन एंव आमजन मानस तक जागरूकता पहुचाने के लिए मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने विजयादशमी के दिन विशेष डाक लिफाफा का विमोचन किया। इसके माध्यम से राजकीय पशु वन भैसा संबधित जानकारी पुरे देश मे ंजायेेगी। इस विशेष डाक आवरण के लिए मुख्यमंत्री ने वनभैसो के सरंक्षण व संवर्धन पर कार्य कर रही राष्ट्रीय संस्था वाइल्डलाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया की सरहाना की।

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इस अवसर पर छत्तीसगढ सरकार के वन मंत्री मोहम्मद अकबर, प्रधान मुख्य वन सरंक्षक राकेश चतुर्वेदी , प्रधान मुख्य संरक्षक वन्य प्राणी आतुल शुक्ल, मुख्य वन संरक्षक एसडी बइगैया, एच एल रात्रेे,पोस्टल विभाग के महावर एंव वाइल्डलाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया के क्षेत्रिय प्रमुख डाॅ आर पी मिश्रा उपस्थित थे ं।, भारतीय डाक विभाग के छत्तीसगढ प्ररिमंडल और वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ने लुप्त होते वन्य प्राणियो की सूची तैयार की है उसमें वन भैसा को भी शामिल किया है। वन्य जीव सप्ताह के दौरान वन भैसा के सरंक्षण और संवर्धन के लिए डाक टिकट जारी किया गया है । गरियाबंद जिले के उदंती अभ्यारण्य मे मात्र 10 वन भैसा बचे है और वन विभाग द्वारा पिछले 14 वर्षो से वनभैसा के संख्या बढाने के लिए उदंती अभ्यारण्य में रेस्कूय सेंटर का निर्माण कर सरंक्षण एंव सवर्धन किया जा रहा है। पिछले तीन माह के भीतर उदंती अभ्यारण्य में दो मादा वनभैसोें ने दो नर बच्चो को जन्म दिया है। वाइल्डलाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख डाॅक्टर आर पी मिश्रा ने बताया वन भैसा भारत में हाथी एंव गेंडा के बाद तीसरा सबसे बडा स्थलीय जीव है। यह दुनिया के सबसे बडीं सीेगों वाला वन्य प्राणी है। यह दुर्लभ वन्य प्राणी आई यू सी एन की रेड बुक में शामिल है तथा इसे वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची एक मे रखा गया है। उतरपूर्व मे पाये जाने वाला वन भैसा का रहवास दलदलीय है जब कि छत्तीसगढ मे इसका रहवास कडी भूमि है छत्तीसगढ मे वन भैसा उदंती सीतानदी एंव इन्द्रावती टाईगर रिजर्व में पाया जाते है। वर्ष 2001 मे राज्य निर्माण के बाद वनभैसा को छत्तीसगढ का राजकीय पशु घोषित किया गया है । श्री मिश्रा ने आगे बताया कि हमे गर्व है कि यह दुर्लभ वन्य प्राणी हमारा राजकीय पशु है और इसके सरंक्षण एंव सवर्धन के लिए हम कटीबंध्द है वन भैसो की औसत उर्म 18-20 तक होती है इसका वजन 800 से 1200 किलोग्राम तक होता है, वन भैसा झुण्ड में रहना पंसद करते है जिसका नेतृत्व झुण्ड के प्रमुख मादा वन भैसा करती है ।

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