Recent Posts

December 26, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

CM भूपेश बघेल के वादाखिलाफी के लिए किसानों ने फाग के माध्यम से किया कवर्धा कलेक्टोरेट के समक्ष तीव्र विरोध

जिला प्रशासन का भी जलाया पुतला

मनीष शर्मा,8085657778

रायपुर,छत्तीसगढ़ में किसानों के कर्ज माफी और 25 सौ रुपये समर्थन मूल्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सूबे के किसानों के जहेन में जगह बनाई थी अभी वर्तमान में हुए अव्यवस्था पूर्ण आपाधापी में किसानों को मानो सरकार बनाकर अपने आप मे रोने जैसी स्थिति बनी। पूर्व में समर्थन मूल्य में धान खरीदी समय को पहले करने से किसानों में आक्रोश रहा बाद में भूपेश सरकार द्वारा राज्य के प्रत्येक जिलों में मानक,रकबा, आदि के स्वयं निर्धारण कर खरीदी करने से भी किसानों ने अपने को छला महसूस करने लगे।धान खरीदी कि अंतिम सप्ताह में प्रदेश के अधिकांश खरीदी केंद्रों में बारदाना अभाव एव लक्ष्य पुर्ण होने के प्रशासनिक फतवे के बाद प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन उग्र आंदोलन हुए।इस दौरान जिम्मेदार मुख्यमंत्री धान खरीदी अंतिम समय मे राज्य ही नही देश से बाहर विदेश दौरे पर रहे। चक्काजाम, आंदोलन, धरना, प्रदर्शन का किसानों के लिए नतीजा सिफर ही रहा।उल्टे कुछ जिलों में किसानों पर लाठी चार्ज से घायल होने की स्थिति निर्मित हुई।

राज्य की भूपेश बघेल सरकार और उनके मंत्रियों के व्यक्तत्व से राज्य में धान खरीदी को रिकॉर्ड तोड़ बताया जा रहा है।कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने हाल ही में समर्थन मूल्य के डिफरेंस की राशि के लिए 5 हजार करोड़ के बजट प्रावधान की बात कही वहीं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने खरीदी केन्द्र में बारदानों के अभाव एव अव्यवस्था के लिए पूर्णतया अधिकारियों की जवाबदेही बताकर निश्चित बड़ी कार्यवाही की बात कही।ऐसे में अनेक निर्दोष अधिकारियों का भी सरकार के जांच विवेचना में नपना(कड़ी कार्यवाही)तय समझी जा रही हैं ताकि आमजनमानस को यह लगे कि सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का वादा ईमानदारी से निभाया।लेकिन प्रश्न यह भी गंभीर है यदि सरकार की ईमानदारी रही तो नौकरशाहों द्वारा उन पर रायता करने की योजना क्यो बनाई?क्या वर्तमान भूपेश सरकार का प्रशासनिक नियंत्रण प्रदेश में नही रहा? या सरकार अपने मोर्चे पर विफल रही यह प्रश्न का जवाब तो प्रदेश के किसानों द्वारा माकूल समय पर जवाब के तौर पर बताया जाना तय है।


किसानों से वादाखिलाफी पर पूरे राज्य के विभिन्न जिलों से विरोध के स्वर देखने को मिले उनमे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा में आक्रोशित किसानों द्वारा फागुन के समय बाकायदा कवर्धा कलेक्टोरेट के समक्ष विरोधस्वरूप फाग आयोजित किया गया इस फाग में जो गीत गाये गये उसमे किसानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दोगला बताया गया। कवर्धा ब्लॉक के तीनों जिला प्रशासन,एसडीएम सहित प्रशासनिक अधिकारियों के सांकेतिक पुतला दहन भी किया गया।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वादाखिलाफी के लिए फाग के माध्यम से विरोधस्वरूप बनाया वीडियो पूरे राज्य भर के सोशल मीडिया में तेजी से फैला।सरकार की इस वीडियो के माध्यम से जमकर किरकिरी हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *