कलेक्टर उइके मैनपुर क्षेत्र के संवेदनशील इलाकों में पहुंचकर शिक्षा स्वास्थ्य एवं छात्रावासों का किया निरीक्षण
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- गरियाबंद कलेक्टर श्री उइके ने निर्माणाधीन एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का किया निरीक्षण
- निर्माणाधीन एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय छिंदौला में आगामी शैक्षणिक सत्र से होगी संचालित
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के कलेक्टर श्री बी एस उइके आज आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल के ग्रामो में पहुंचकर जहां एक ओर करोड़ो रूपये के लागत से निर्माण किये जा रहे छात्रावास भवन का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया वही आंगनबाड़ी उपस्वास्थ्य केन्द्र के साथ ही प्राथमिक शाला का भी निरीक्षण किया और पीएम जनमन योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण कर ग्रामीणों से चर्चा किया ग्रामीणों से उनके समस्याओं को सुना। कलेक्टर को अपने बीच पाकर ग्रामीण खुशी से गदगद हो गये। गरियाबंद कलेक्टर श्री बी.एस उइके ने आज गरियाबंद एवं मैनपुर विकासखण्ड के निर्माणाधीन एवं विकासात्मक कार्यों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने छिंदौला में निर्माणाधीन एकलव्य आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य में गुणवत्ता और प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, पीएम जनमन आवास एवं आदिवासी कमार छात्रावास का भी निरीक्षण किया। इस दौरान अपर कलेक्टर नवीन भगत भी मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि केन्द्र शासन द्वारा यह विद्यालय विशेष रूप से जनजातीय छात्रों की शिक्षा के लिए बन रहा है, जिसमें आवास, शिक्षा और अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने एकलव्य आवासीय विद्यालय निर्माण की डिजाइन, कक्षाओं की स्थिति, छात्रावास भवन, भोजनशाला, खेल मैदान और प्रयोगशालाओं की योजना की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किया जाए तथा गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता न हो। अगले शैक्षणिक सत्र में जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को इसी भवन में शिक्षा उपलब्ध कराई जायेगी। इसलिए निर्माण कार्य को शीघ्रता से पूरा करे। उन्होंने विद्यालय परिसर में स्वच्छता, हरियाली और सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
- प्राथमिक शाला, आंगनबाड़ी एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र का किया निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर बी एस उईके ने फरसरा के शासकीय प्राथमिक शाला, आंगनबाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने स्कूल में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति के अलावा शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी लेते हुए शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। शिक्षकों को नियमित रूप से स्कूल आने एवं विद्यार्थियों को शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत कर उनकी पढ़ाई-लिखाई एवं मध्यान्ह भोजन की स्थिति जानकारी ली। साथ ही पास में ही स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचकर बच्चों को मिलने वाले पोषण आहार, शिक्षा-सामग्री और स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बातचीत कर बच्चों के कुपोषण की जानकारी ली। इस दौरान आंगनबाड़ी केन्द्र में उपस्थित दो वर्षीय कुमकुम बंजारा की स्थिति को देखकर उनकी माता श्रीमती दीपा बंजारा को 3 अगस्त को मैनपुर में आयोजित होने वाले निःशुल्क मेगा हेल्थ कैम्प में जाकर बच्चों का स्वास्थ्य जांच एवं उपचार कराने को कहा। इसी तरह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं, दवाओं की उपलब्धता, एनिमिक एवं गर्भवती माताओं की जानकारी सहित विभिन्न स्वास्थ्य जांच की जानकारी ली।
- बेहराडीह पहुंचे कलेक्टर ने छात्रावास का निरीक्षण कर साफ सफाई पर ध्यान देने का निर्देश दिया
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री उइके ने ग्राम बेहराडीह में प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कार्य की गुणवत्ता, समय पर करने एवं गुणवत्ता के साथ को कहा। कलेक्टर ने किया आदिवासी कमार बालक छात्रावास झरियाबाहरा का निरीक्षण – कलेक्टर ने झरियाबाहरा स्थित आदिवासी कमार बालक छात्रावास का निरीक्षण कर वहां रह रहे विद्यार्थियों की स्थिति और छात्रावास की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने छात्रावास में रहने, भोजन, पढ़ाई और स्वच्छता व्यवस्था का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर उनकी दिनचर्या, पढ़ाई और समस्याओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने छात्रावास में रसोईघर, शौचालय, पेयजल व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा इंतजामों की भी जानकारी ली। उन्होंने छात्रावास में साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार लाने, गार्डनिंग करने, पौष्टिक एवं समय पर भोजन उपलब्ध कराने तथा बच्चों को अध्ययन के लिए अनुकूल वातावरण देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों की नियमित उपस्थिति, स्वास्थ्य जांच और अनुशासन बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। साथ ही बच्चों को मानसिक व शैक्षणिक रूप से सशक्त करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का भी आयोजन करे।
