गरियाबंद में कांग्रेस प्रत्याशी गेंदलाल सिन्हा ने अपने समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंचे
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- गरियाबंद में कांग्रेस ने भरी चुनावी हुंकार! अध्यक्ष प्रत्याशी गेंदलाल सिन्हा बोले – जनता का विश्वास जीतने आया हूँ
- शहर अध्यक्ष प्रेम सोनवानी का दावा – नगर पालिका में कांग्रेस का परचम लहराएगा!
गरियाबंद। नगरपालिका चुनाव को लेकर गरियाबंद की सियासत गरमा गई है। भाजपा के शक्ति प्रदर्शन के बाद अब कांग्रेस ने भी अपनी ताकत दिखा दी है। कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी गेंदलाल सिन्हा ने भारी समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल किया। रैली में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
नामांकन के बाद गेंदलाल सिन्हा ने कहा कि वे जनता की सेवा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं और उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ विकास है।
गेंदलाल सिन्हा – “जनता का विश्वास जीतकर सेवा करूंगा, विकास ही मेरा लक्ष्य”
- गेंदलाल सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा –
“मैं जनता का विश्वास जीतने आया हूँ। समाज में मुझे मंडलेश्वर के रूप में सेवा का अवसर मिला है, लेकिन अब मैं गरियाबंद की जनता की सेवा के लिए खुद को समर्पित कर रहा हूँ। मेरा लक्ष्य सिर्फ विकास है और इसके लिए मैं पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करूंगा।”
शहर अध्यक्ष प्रेम सोनवानी – “नगर पालिका में कांग्रेस की ही जीत होगी, 24 घंटे जनता की सेवा में रहेंगे”
कांग्रेस के शहर अध्यक्ष प्रेम सोनवानी ने चुनावी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि पार्टी पूरी ताकत से मैदान में उतरी है और नगर पालिका पर कांग्रेस का ही कब्जा होगा।
“यह चुनाव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता राहुल गांधी और प्रथम पंचायत मंत्री व पूर्व विधायक अमितेश शुक्ल के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है। हम 100% सीटों पर जीत दर्ज करेंगे और नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा। हमारी नगर सरकार 24 घंटे, 365 दिन जनता की सेवा में तत्पर रहेगी।”
भारी भीड़, जोश से लबरेज कार्यकर्ता – गरियाबंद में चुनावी संग्राम तेज!
नामांकन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी उत्साह देखने को मिला। ढोल-नगाड़ों की गूंज, कांग्रेस के झंडों की लहर और जोशीले नारों के साथ समर्थक सड़कों पर उमड़ पड़े।
अब भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर!
गरियाबंद नगर पालिका चुनाव अब बेहद दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुका है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपनी ताकत झोंक दी है। अब देखना यह होगा कि जनता किसे अपना समर्थन देती है और नगर पालिका की कुर्सी पर किसका कब्जा होगा।