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December 15, 2025

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20 से 25 कोसम के पेड़ को लाखों लाख का पेड़ बताकर बांध निर्माण कार्य पर लगा ब्रेक, सलफ जलाशय इतिहास बनकर रह गया

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • सिंचाई विभाग ने किया दावा अटल सिंचाई योजना के तहत सलफ जलाशय जल्द मूर्तरूप लेगा
  • छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्षो बाद भी इस परियोजना को पुरा करने अब तक ठोस पहल नहीं
  • मैनपुर क्षेत्र के किसान, ग्रामीण, सलफ जलाशय परियोजना को पुरा करने सैकडों बार कर चुके धरना प्रदर्शन आंदोलन चक्काजाम
  • चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख घोषणा में सलफ जलाशय रहता है

गरियाबंद । गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र के बहुचर्चित सलफ जलाशय बांध का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण होने के पश्चात पर्यावरण के अड़ंगा के चलते पिछले 44 वर्षो में पूरा नही हो पाया है जबकि हर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सभी राजनैतिक पार्टियों के नेताओ के घोषणा में चुनाव के बाद इस सलफ जलाशय बांध निर्माण को पूरा करने की बात कहीं जाती है लेकिन चुनाव के बाद सलफ को लेकर किसानों की उम्मीदो पर पानी फिर जाता है बांध निर्माण की स्थिति जस की तस बनी हुई है। मैनपुर क्षेत्र के किसानों ने सलफ जलाशय बांध के निर्माण के लिए कई लंम्बी लड़ाई लड़ी है धरना प्रदर्शन चक्काजाम और तो और प्रदेश के चार मुख्यमंत्रियों तक को प्रतिनिधी मंडल भेटकर बांध निर्माण की सभी फाईलें सौपकर सलफ जलाशय परियोजना को पूरी कराने की मांग कर चुके है लेकिन यह बांध निर्माण कार्य पूर नही हो पाया जबकि इस बांध की निर्माण से मैनपुर क्षेत्र के लगभग 2000 हेंक्टेयर खेतो में पानी की सिंचाई हो सकती है।

क्षेत्र के वरिष्ठ लोगो से मिली जानकारी के अनुसार सन 1979 में क्षेत्रवासियों के मांग पर मैनपुर नगर से 4कि.मी. दूर फूलझर के उपर दो छोटी पहाड़ियों को जोड़कर सलफ जलाशय निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ यह निर्माण कार्य लगातार 3 वर्षो तक चला बांध निर्माण के लिए दोनो पहाड़ियों को जोड़ा जा चूका है और तो और 5 से 6 कि.मी. तक नहर का निर्माण कार्य भी हो चूका है जिसका मुआवजा भी सरकार दे चुकी है फिर निर्माण कार्य के दौरान एकाएक इस बांध निर्माण कार्य को रोक दिया गया ।

20 से 25 नग कोसम के पेड को लाखों लाख का पेड बताकर बांध निर्माण कार्य पर लगा ब्रेक

सलफ बांध निर्माण कार्य पर रोक लगी तो इसके बारे में क्षेत्र के लोग जो जानकारी देते है वह काफी आश्चर्य जनक है बाताया जाता है कि पर्यावरण मंत्रालय की टीम ने जब इस बांध स्थल का निरीक्षण करने पहुचे तो टीम के सदस्यों ने बांध निर्माण स्थल के बजाय गांव में ही ग्रामीणों से जानकारी लिया कि इस बांध के निर्माण से कितना वृक्ष डूबान में आ रहा है तो ग्रामीणो ने बोल चाल के भाषा में 20 से 25 लाख के पेड़ बताये । यह ये बता देना जरूरी है कि बांध निर्माण स्थल पर मात्र 20 से 25 नग कोसुम का पेड़ है और कोसुम के पेड़ को क्षेत्र में बोलचाल के भाषा में लाख का पेड़ कहा जाता है ग्रामीणो ने बोलचाल के भाषा में वनविभाग पर्यावारण मंत्रालय के टीम को बताया कि यहां मात्र 20 से 25 नग लाख के पेड़ हेैं जिसे जांच में पहुंची टीम ने 20 से 25 लाख यानी लाखो पेड़ समझ बैठा और टीम के सदस्यों ने कहा कि 20 से 25 लाख पेड़ को बांध निर्माण के लिए नही काटा जा सकता। इस तरह 20-25 नग कोसुम के पेड़ को लाखो पेड़ बताकर इसका निर्माण कार्य रोक दिया गया उसके बाद लगातार क्षेत्र के लोग आविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से लेकर छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी, पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह, भुपेश बघेल एवं वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तक मुलाकात कर उन्हे सलफ जलाशय बांध निर्माण की फाईल सौपकर मात्र 20-25 नग पेड़ होने की बात बताते हुए पुनः जांच कराते हुए निर्माण कार्य को प्रारंभ करने कई बार मांग पत्र सौप चूके है।

जब भी मंत्री विधायक क्षेत्र के दौरे पर पहुंचते हैं पहला मांग सलफ का रहता है

जब भी कोई मंत्री बड़े नेता और बड़े अधिकारी का इस क्षेत्र में दौरा होता है तो क्षेत्र के लोग सलफ जलाशय बांध निर्माण की मांग प्राथमिकता के साथ उनके सामने रखते है लेकिन अब तक सिर्फ क्षेत्र के लोगो को अश्वासन पर अश्वासन ही मिला। क्षेत्र के वरिष्ठ किसान प्रेमसाय जगत, जन्मजय नेताम,खेदुनेगी,निरज ठाकुर,थानु पटेल सीयाराम ठाकुर, टीकमसिंह कपिल,संजय त्रिवेदी,संजय गुप्ता,रूदेश्वर साहू,सोतन सेन, रामकृष्ण ध्रुव, गेंदु यादव, तनवीर राजपुत, पिलेश्वर सोरी, अमृतलाल नागेश, विरेन्द्र श्रीवास्तव, डोमार साहू ने बताया कि संबंधित विभाग द्वारा 20-25 नग कोसुम के पेड़ को लाखो लाख पेड़ बता कर बांध निर्माण कार्य पर अड़ंगा लगा दिया गया है जबकि मैनपुर क्षेत्र में सिंचाई का कोई भी साधन नही है और यहां के किसानो के लिए सलफ जलाशय वरदान साबित होगा। किसानो ने बताया हर बार विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सभी राजनेैतिक पार्टी के नेता सलफ जलाशय निर्माण बांध को चुनाव के बाद पूरा करने की बात कहते है लेकिन चुनाव के बाद सभी भूल जाते है किसानो ने बताया कि बांध निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चूका है ग्राम हरदीभाठा तक नहर नाली का भी निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है।

सलफ जलाशय को अटल सिंचाई योजना के तहत किया जायेगा पूरा, 30 करोड़ रूपये का स्टीमेट में भेजा गया

गरियााबंद सिंचाई विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री एस के बर्मन ने चर्चा में बताया इसमें वन विभाग और पर्यावरण को जो आपत्ति थी उसके पूरे कागजात क्लियर कर लिया गया है। श्री बर्मन ने बताया अटल सिंचाई योजना के तहत 30 करोड़ रूपये का स्टीमेट बनाकर मंत्रालय को भेजा गया है और मंत्रालय में इसका समीक्षा बैठक भी हो चुका है। उन्होने कहा उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले दिनो में जल्द अब यह सिंचाई परियोजना अटल सिंचाई योजना के तहत मूर्त रूप लेगा।

1 विधायक जनक ध्रुव ने कहा मेरी पहली प्राथमिकता सलफ जलाशय का निर्माण – विधायक जनक ध्रुव ने बताया सलफ जलाशय निर्माण मेरी पहली प्राथमिकता है इस मामले को विधानसभा में दो बार प्रमुखता के साथ मेरे द्वारा उठाया गया है और तो और इस संबंध में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वनमंत्री केदार कश्यप को भी पूरे दस्तावेज और सलफ जलाशय की फाईल सौपा जा चुका है सलफ जलाशय का निर्माण मेरी पहली प्राथमिकता है।

2 भाजपा के पूर्व विधायक डमरूधर पुजारी ने कहा सलफ जलाशय निर्माण से मैनपुर क्षेत्र के किसानो को लाभ मिलेगा और हमारी सरकार की भी प्राथमिकता में सलफ जलाशय है इसके लिए पूरे फाईल मेरे द्वारा भी सौपा जा चुका है।