रैगिंग के नाम पर इंजीनियरिंग छात्रों को नग्न कर नचाया और वीडियो भी बनाया
1 min readमामला प्रकाश में आने पर राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमानंद नायक ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है
बुर्ला। बुर्ला स्थित वीर सुरेन्द्र साय तकनीकी विश्वविद्यालय (विसूट) को शर्मसार होना पड़ा है। विश्वविद्यालय के द्वितीय छात्रावास ‘क्रतु’ में आयोजित स्वागत समारोह में द्वितीय वर्ष के 50 छात्रों के साथ उसी छात्रावास से सैकड़ों वरिष्ठ छात्रों ने रैंगिया किया, जिसका वीडियो वायरल हो चुका है। मामला प्रकाश में आते ही राज्य के तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमानंद नायक ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है। घटना की जांच कर रिपोर्ट देने का दायित्व कुलसचिव उपमा कालो को दिया गया है। वहीं दूसरी ओर कुलपति प्रोफेसर अटल चौधरी एवं विभिन्न विभागीय मुख्य प्रोफेसर ने क्रतु हॉस्टेल पहुंचकर मामले की छानबीन की है। विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि छात्रावास के सभी रहवासियों से पूछताछ की गई है एवं जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले उक्त छात्रावास में नवागत छात्रों का स्वागत करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इस दौरान छात्रों के साथ रैगिंग किया गया। छात्रावास में रहने वाले करीब सौ से अधिक वरिष्ठ छात्रों ने मंच के नीचे खड़े होकर नवागत छात्रों को विभिन्न प्रकार के आपत्तिजनक निर्देश दिया। छात्रावास के नवागत छात्रों को मंच पर खड़े होकर कपड़े उतारने को कहा गया। विभिन्न प्रकार की उटपटांग हरकतें करने को कहा गया। वरिष्ठ छात्रों के निर्देश पर नवागत छात्रों को विभिन्न प्रकार का शारीरिक प्रदर्शन करना पड़ा था। जबकि वरिष्ठ छात्र तालियां बजाकर एवं शोर मचाकर इसका आनंद ले रहे थे। मंच कार्यक्रम खत्म होने के बाद छात्रावास की सीढ़ी पर नये छात्रों को दौड़ा दौड़कर थप्पड़ जड़ा गया। जिसने भी इसका विरोध किया उसका शर्ट फाड़ दिया गया। कार्यक्रम के अंत में नये छात्रों को रात्रि भोजन के लिए डाइनिंग हॉल बुलाया गया एवं वरिष्ठ छात्रों ने उन्हें घेर लिया था। नये छात्रों के साथ धक्कामुक्की की गई। उनके कपड़े उतरवा दिया गया। उनके नंगे बदन पर पानी ड़ाला गया। नये छात्रों के साथ रैगिंग कर वरिष्ठ छात्रों ने इसका खुब मजा लेते हुए वायरल वीडियो में देखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय कैंपस में स्थित इस हॉस्टेल में कई घंटों तक इस तरह का घिनौना रैगिंग चलने के बावजूद प्रबंधन को इसका भनक तक न लगाने की घटना को लोगों द्वारा निंदा की जा रही है। जबकि अभिभावकों द्वारा अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जतायी जा रही है। अभिभावकों द्वारा विश्वविद्यालय एवं रैगिंग करने वाले विद्यार्थियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
- दस छात्र एक साल तक नहीं दे सकते हैं कोई परीक्षा
विसूट में रैगिंग का यह कोई नया मामला नहीं है, किन्तु इस बार की रैगिंग ने सारी हदें पार कर दी है। रैगिंग का वीडिया वायरल होने के बाद कुलपति प्रोफेसर अटल चौधरी, डीन प्रकाश चंद्र स्वार्इं एवं छात्र कल्याण डीन सुधांशु शेखर दास ने क्रतु छात्रावास पहुंचकर घटना की जांच की है। वीडियो क्लिब को देखने के बाद रैगिंग में मुख्य भूमिका निभाने वाले 10 छात्रों की पहचान हुई है। कुलपति के समक्ष उन्होंने अपना दोष स्वीकार भी कर लिया है। गुरुवार रात 8 बजे विश्वविद्यालय की श्रृंखला कमेटी की विशेष बैठक हुई एवं उक्त 10 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। उक्त 10 छात्र एक वर्ष के लिए कोई परीक्षा नहीं दे सकते हैं। जबकि जांच के समय अन्य 52 छात्रों ने भी स्वेच्छाकृत रूप से अपना दोष स्वीकार किया था। इस पर उन छात्रों से दो-दो हजार रुपये जुर्माना वसूलने का श्रृंखला कमेटी ने निर्णय लिया है।