आनलाइन कारोबार के खिलाफ गोलबंद क्षुब्ध कारोबारियों का धरना-प्रदर्शन
1 min readकैट व चैंबर के बैनर तले अमेजोन व फ्लिपकार्ट के खिलाफ व्यवसायियों की गोलबंदी
राउरकेला। आनलाइन कारोबार से परेशान शहर के विभिन्न वर्गों के कारोबारियों ने अमेजोन व फ्लिपकार्ट के खिलाफ देश व्यापी आंदोलन में शामिल हो कर बुधवार को कैट व चैंबर के बैनर तले बुधवार को धरना प्रदर्शन किया। एकजुट हो कर संघर्ष का संकल्प लिया। कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वृजमोहन अग्रवाल, चैंबर के अध्यक्ष प्रवीण गर्ग,उपाध्यक्ष विष्णु अग्रवाल, शांतिलाल कोठारी समेत वरीय पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन को संबोधित किया और आल लाइन कारोबार के खिलाफ व्यापक आंदोलन पर जोर देते हुए 25 नववंर को शहर में प्रस्तावित रैली को सफल बनाने का आह्वान किया। मेन रोड के पुरानी टैक्सी स्टैंड के समीप चेंबर आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और कंफेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स राउरकेला के सहयोग से आॅनलाइन, अमेजोन, फ्लिपकार्ट व अन्य की मनमानी से भारत के व्यापार को तबाह करने के खिलाफ व्यापारियों के समूह ने धरना प्रदर्शन व विरोध प्रदर्शेन किया। वक्ताओं ने कहा कि आज भारत मंदी के दौर से गुजर रहा है। वहीं इसका सबसे ज्यादा असर व्यापारीयों पर पड़ रहा है। बाहर कि कम्पनीया आ कर आॅन लाईन व्यापार करके सभी को नुकसान पहुंचा रही हैं।
ग्राहक लोग इस बात से संतुष्ट हैं हमें घर बैठे सामान मिल रहा हैं पर इन्हें यह पता नहीं है यह सामान अच्छा है या खराब है पर एक फैशन बन गया है जो छोटे वर्ग के लोगों से लेकर बड़े लोगो के घर बैठे आॅनलाइन समान मंगा कर अपने आप को यह साबित करते हैं कि हम स्टैंडर्ड मेंटेन कर रहे हैं पर उन्हें यह पता नहीं है हमारे शहर के व्यापारी पर इसका क्या असर पड़ रहा है। सरकार मुक्त व्यापार के धकोसले के कारण इस बात पर ध्यान नहीं दे रही है भारत के छोटे व मध्यमवर्गीय व्यापारीयों पर क्या मार पड़ रही है आए दिन व्यापारी काफी नुकसान उठा रहे हैं बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां सब बंद हो रही है, लोगों के हाथों से रोजगार चले जा रहे हैं आॅनलाइन व्यापार की वजह से बड़े-बड़े इंडस्ट्री सब बंद पड़ी है। छोटे बड़े सभी व्यपारी इस आॅनलाइन व्यापार से परेशान है। समय रहते ही सरकार यदि सचेत नहीं होती है तो आने वाले व्यापारियों के लिए एक बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती हैं। इस अवसर राउरकेला के थोक एवं खुदरा व्यापारीगण उपस्थित थे। भारत सरकार यदि अब भी इन आॅनलाइन बिजनेसमैनो के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाती तो आने वाले दिनों में एक बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा व पिछले दिनों मोबाइल फोन विक्रेताओं ने दूकानों के बोर्ड पर काला कपड़ा लगाकर इशका विरोध भी दर्ज किया था। धरना प्रदर्शन में स्थानीय कारोबारियों में मयंक सिंघल, कुलदीप सिंह चड्डा,राजेश लोहानी, चिंतन बखारिया, महेश अग्रवाल,विजय रतेरिया, सुरज साहू, ललित पटेल, अभिषेक परिडा, रमेश अग्रवाल, राजू शर्मा,राकेश अग्रवाल, मनू गुप्ता,चंदन झा, पियूष सिंह,संजय कुमार, एमडीएच अहमद, प्रदीप जैन, नितेश कु मार,पवन कुमार महतो,विनोद मोदी, प्रमोद केडिया,सुनील प्रसाद, किसन गोयल,भुपेंद्र साहू, गणेश अग्रवाल, मनोज शर्मा, प्रवीण गर्ग, बिष्णु दयाल अग्रवाल,सुशील कुमार अग्रवाल,वासिम आकरम, एस साहू,आंनद मित्तल, किसन अग्रवाल, बिष्णु अग्रवाल, अजय कुमार अग्रवाल,सुरेश कुमार केडिया,एचके शथपथि व सीताराम अग्रवाल आदि शामिल हैं।