Recent Posts

December 23, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

दिनेश शर्मा का बयान तुच्छजातिवादी मानसिकता का प्रमाण- लौटनराम

1 min read
Dinesh Sharma's statement proves to be a trivialist mentality - Lautan Ram

“दिनेश उवाच-दलित आदिवासियों का काम मलमूत्र साफ करना है ,तो जमीन के मालिक कैसे”
लखनऊ। सोनभद्र जनपद के घोरावल तहसील अंतर्गत उम्भा गाँव में भूमाफिया व सामन्तियों द्वारा 17 जुलाई को गोंड़-माँझी आदिवासियों के सामूहिक नरसंहार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा मामूली घटना बताने सम्बन्धी बयान को राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव लौटनराम निषाद ने बेहद शर्मनाक बताते हुए घोर भर्त्सना किया है।दिनेश शर्मा ने विधानसभा की कार्यवाही स्थगन के बाद विधानसभा परिसर में उम्भा जसरा की घटना पर कहा कि यह मामूली घटना है।जब दलितों-आदिवासियों का काम मलमूत्र साफ करना था तो यह ज़मीन आदिवासियों की कैसे हुई और ये ज़मीन के मालिक कैसे हुए?निषाद ने उपमुख्यमंत्री के बयान को तुच्छजातिवादी, अत्यंत घृणित व राजनीतिक नीचता के की भाषा बताते हुए कहा कि दिनेश शर्मा को तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए।उन्होंने कहा कि शर्मा का बयान मनुवादी सोच का प्रतीक है।

Dinesh Sharma's statement proves to be a trivialist mentality - Lautan Ram
निषाद ने कहा कि दिनेश शर्मा के इस बयान से भाजपा व आरएसएस का असली चेहरा उजागर हो गया है।उन्होंने कहा कि मुगलों,यवनों,हूणों,अंग्रेजों की ही तरह ब्राह्मण मध्येशिया व यूरेशिया से आये आक्रमणकारी हैं,तो ये जंगल-जमीन के मालिक व जमींदार कैसे?दिनेश शर्मा के पूर्वजों ने ही निषाद ऋषि शम्बूक की श्रीराम से हत्या कराया और महान धनुर्धर वीर एकलव्य का अँगूठा कटवाया।10 निषादवंशीय गोंड़-माँझी आदिवासियों की सामन्तों द्वारा दिनदहाड़े सामूहिक हत्या को मामूली घटना बताकर नीचता की हद पार कर दिया।
निषाद ने कहा कि-निषाद आदिवासी समाज की कोल, भील,गोंड़,माँझी,खरवार,पनिका,कोली,भोई,आगरी, मल्लाह,केवट,धीवर, बिन,बियार, बिन्द, मुसहर,नोनिया, खैरहा,खोरोट,मुंडा,संथाल सहित पिछड़ी,दलित,बनवासी,गिरिवासी आदि भारतीय धरती के आदिमालिक व मूलनिवासी हैं।महान शिक्षाविद व साहित्यकार कुबेरनाथ राय जी ने लिखा है-भारतीय धरती के आदिमालिक निषाद ही थे।भारतीयता का पिता आर्य,पितामह द्रविड़ व प्रपितामह निषाद ही हैं और आर्य-निषाद-किरात-द्रविड़ चार महाकुलों में निषाद ही अग्रज हैं।अंग्रेजी में लिखा है- An aboriginal tribal caste who lived in India before Aryan is called Nishad.
निषाद ने राष्ट्रीय निषाद संघ,अखिल भारतीय गोंड़ महासभा,कश्यप निषाद आदिवासी महासभा आदि संगठनों से जगह जगह जूता पहनाकर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का पुतला फूंकने का आह्वान किया है।उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई निषाद, बिन्द, कश्यप,गोंड़ समाज का भाजपाई संसद,विधायक, नेता व समर्थक गाँवों में जाये,तो उसे गाँव मे घुसने न दें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *