बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा के विद्युतविहीन ग्रामों में विद्युतीकरण के लिए प्रभारी मंत्री भगत से मिले जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम
1 min read- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
- नेताम ने मंत्री को बताया- दोहरा मापदंड में काम करने वाली स्टेट पावर कम्पनी दे रही है गोलमोल जवाब
- गरियाबंद के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ने डीएफओ को समन्वय बनाने के दिए निर्देश
गरियाबंद – गरियाबंद जिला पंचायत उपाध्यक्ष एंव कांग्रेस प्रत्याशी रहे संजय नेताम राजधानी पहुंचकर गरियाबंद जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत से भेंट किया। स्थानीय कार्यकर्ताओ के साथ प्रभारी मंत्री के निवास पहुंचे संजय नेताम ने विधानसभा बिन्द्रानवागढ़ क्षेत्र के अंतर्गत मैनपुर और गरियाबंद ब्लॉक के विद्युतविहीन गांवों का नाम गिनाते हुए बिजली पहुँचाने माँग पत्र सौंपा। वर्षो पुराने लंबित मांग में समन्वय का अभाव बताते हुए विद्युत विभाग एवं वन विभाग के बीच अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर संयुक्त सर्वे करके विद्युतविहीन ग्रामों में बिजली पहुचाँने की मांग किया।
संजय की मांग को प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ने गम्भीरता से लेते हुए पावर स्टेट व वन विभाग के डीएफओ को दूरभाष से ही समन्वय स्थापित कर जनहित से जुड़े इस मांग पर जल्द ही सकारात्मक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
पावर स्टेट कम्पनी के दोहरा मापदंड पर खड़ा किया सवाल
जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम नेे विभाग को पूर्व में दिए गए माँगपत्र, फिर विद्युत विभाग द्वारा दिए गए जवाबी पत्र का हवाला देते हुए मंत्री को बताया कि ग्रामीणों को सूविधा देने हिला हवाला करने वाली विभाग बार बार वन व्यवधान बताकर विद्युतीकरण के लिए मना कर देती है, लेकिन जिस गांव के लिए विद्युतीकरण की मांग की गई है। उसके आसपास के गांवों में बिजली पहुँचाई जा चुकी है। इस दोहरे मापदंड का उदाहरण देते हुए संजय नेताम ने मंत्री को बताया कि राजापड़ाव क्षेत्र स्थित आठ ग्राम पंचायतों में से तीन ग्राम पंचायतों में विद्युतीकरण किया जा चुका है लेकिन उतने ही प्रतिशत वनाच्छादित होने के बावजूद अन्य ग्रामो को वंचित रख दिया है, इसी प्रकार ग्राम जुगाड़ स्थित पुलिस थाना व सीआरपीएफ कैम्प में विद्युत पहुँचाई गई है, लेकिन उसी गांव में वन व्यवधान बताकर विद्युतीकरण नहीं किया गया है।
स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी सर्वे में शामिल करेने की मांग
विद्युतीकरण में विभाग द्वारा अब आगे दोहरा मापदंड न अपनाया जा सके उसके लिये संजय नेताम ने प्रभारी मंत्री से मांग किया है कि विभाग के द्वारा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लिए बिना कार्यालय में बैठकर भ्रम की स्थिति पैदा करने वाली सर्वे कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि को शामिल किया जाए। अफसरों के इस कार्य नीति से शासन की की छवि धूमिल हो रही है। संजय नेताम ने प्रभारी मंत्री को विद्युतविहीन गांवों की सूची सौपा है, जिसमें मैनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत भूतबेड़ा ,कुचेंगा ,गरहाडीह ,कोकड़ी,गौरगांव, तौरेंगा, अमाड़, जांगड़ा, साहेबिनकछार, घुमरापदर, कोदोभाठा, इंदागांव,छोटेगोबरा, बोइरगांव,चिखली व उसके आश्रित ग्राम तथा गरियाबंद विकासखंड के बेगरपाला (कारीडोंगरी), आमामोरा, ओंड़ आदि शामिल हैं। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरिश्वर पटेल, एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष प्रवीण बाम्बोड़े, युवा नेता गूँजेश कपिल,राहुल निर्मलकर आदि ज्ञापन देने वालों में शामिल रहे।