डोंगरा महानदी किनारे सैकड़ों ट्रक रेत भण्डारण पर खनिज विभाग मेहरबान, आरोपी के हौसले बुलंद
- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
बलौदाबाजार जिला मुख्यालय के तहसील लवन से 05 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत डोंगरा महानदी किनारे जगह पर डोंगरा निवासी बालक राम वर्मा नाम के व्यक्ति का करीब 2एकड़ लगानी जमीन है।जिस पर कोई रेत माफिया किसान को प्रलोभन देकर उनके दो एकड़ जमीन से अतिरिक्त जमीन पर सैकड़ों ट्रक रेत का भंडारण कर बरसात में अधिक मूल्य पर खपाने के लिए भंडारण करके रखा हुआ है।कोई विरोध करता है तो ऊंचे पहुंच का धौस दिखाने की बात भी प्रकाश में आया है।अब सवाल यह उठता है कि क्या किसी भी किसान को सैकड़ों ट्रक रेत भंडारण का अधिकार है, या अधिकार है तो कौन से नियम के तहत अधिकार है, जबकि सच्चाई यह भी है कि रेत भंडारण करने वाले किसान के पास खनिज विभाग द्वारा जारी कोई लिखित स्वीकृति आदेश भी नहीं है। फिर इतना बड़ा गोरखधंधा का मास्टर माइंड कौन है।
ग्रामीण के मन मे यह सवाल है कि बिना खनिज विभाग के मेहरबानी से कोई भी किसान इतनी बड़ी साहस नहीं कर सकता है।न ही बड़े पैमाने पर सैकड़ों ट्रक रेत भंडारण कर सकता है। आखिर एक किसान को सैकड़ों ट्रक रेत भंडारण की जरूरत क्यों पड़ी है। तमाम सवाल है जिसका जवाब नहीं खनिज अधिकारियों के पास है नहीं रेत भंडारण करने वाले किसान के पास है। किसान को ढाल बनाकर रेत माफिया बड़े पैमाने पैमाने पर मोटी कमाई की जुगाड़ को ध्यान में रखकर व्यापक स्तर पर रेत की भंडारण करवाकर रखा है। कल जब कार्रवाई की गाज गिरेगा तो किसान से रेत माफिया हाथ खींच लेगा।
इस मामले पर सरपंच धनकुमार औधेलिया ने बताया कि कुछ ट्रैक्टर रेत भंडारण करने का प्रस्ताव ग्राम पंचायत से स्वीकृति हुआ है लेकिन बड़े पैमाने पर हुआ है तो जांच होनी चाहिए।रेत भंडारण स्थल के भू स्वामी बालक राम वर्मा के सुपुत्र धर्मेंद्र वर्मा ने बताया कि रेत विभाग की भंडारण स्वीकृति पत्र नहीं है। उपसरपंच शिव वर्मा ने फोन नहीं उठाया।जिला खनिज अधिकारी बलौदाबाजार एम चंद्रशेखर राव ने भी बताया कि विभाग से स्वीकृति पत्र जारी नहीं किये हैं। रेत भंडारण हुआ है इसकी जांच करवा कर कार्रवाई करते हैं।