चिकित्सकों एवं नर्सो की सूझबूझ से सर्प दंश रोगी मौत के मुंह से बाहर आया… नया जीवन
बलौदाबाजार
27 जून की मध्य रात्रि करीब रात 12 बजे प्रमोद कुमार घृतलहरे निवासी धमलपुर को परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल सर्प दंश होने पर गंभीर स्थिति मे लाया गया। उस समय मरीज की नाड़ी गति नहीं चल रही थी और रक्त दाब भी नही मिल रहा था खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सी. एस. पैकरा के उचित मार्गदर्शन मे डॉ ए. एस. चौहान चिकित्साधिकारी ,स्टाफ नर्स रामकली सोनी, ललिता कश्यप और इतवारी यादव की टीम ने सूझबूझ के साथ त्वरित उपचार कर मरीज को मौत के मुंह से बचा लिया ।मीडिया को इस बात की जानकारी साझा करते हुए चिकित्सा अधिकारी डॉ अंजान सिंह चौहान ने बताया कि आज के आधुनिक युग के समय मे अंधविश्वास एवं बैगा गुनिया झाड़ फूंक में समय नष्ट करने के बजाय हमे सिर्फ और सिर्फ चिकित्सा इलाज जल्दी से जल्दी कराना चाहिये ताकि किसी भी सर्प दंश के मरीज को उचित उपचार समय रहते मिलने से उनकी जान को बचाया जा सके।प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना पड़ेगा एवं चिकित्सा पद्धति उपचार को अपनाने पर जोर देना पड़ेगा।तभी अंधविश्वास पर अंकुश लगेगा।