समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए पिछड़ों को शिक्षित करना अनिवार्य शर्त है : श्यामलाल
1 min readसुलतानपुर। आज दिनाँक 31-01-2020 को सेंदुरी कुड़वार के प्रधान अनिल कुमार बौद्ध ने अपने सामाजिक दायित्व के निर्वहन के अनुक्रम निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर की स्थापना की। उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि समाज को शिक्षित किये बिना शासन-सत्ता व सम्मान की उम्मीद न करें! गलाकाट प्रतियोगिता में शिक्षा विहीन समाज का सिर्फ़ शोषण हो सकता है, जिस समुदाय में जितनी ज्यादा अशिक्षा है उस समुदाय का उतना ज्यादा शोषण किया जा रहा है। समाज की अग्रिम पन्ति (मुख्यधारा) में लाने के लिए पिछड़ों को शिक्षित करना अनिवार्य शर्त है।
उक्त अवसर पर सामाजिक परिवर्तन मंच के प्रदेश अध्यक्ष रामानन्द निषाद कहा कि हमें गाँव-गाँव निःशुल्क मोस्ट कोचिंग सेंटर खोलने के साथ ”देश में समान शिक्षा लागू करने के वन नेशन वन एजुकेशन” की नीति लागू कराने के लिए संघर्ष करना होगा। जिला संयोजक ज़ीशान अहमद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक विद्यालयों में उपस्थिति और नामांकन में गिरावट का कारण शिक्षकों पर गैर शैक्षणिक कार्यों पर बढ़ता बोझ है। इसलिए अब सरकारी शिक्षकों के भरोसे प्राथमिक शिक्षा को नही छोड़ा जा सकता। से.नि. दरोगा साधूराम गौतम ने निःशुल्क कोचिंग सेंटर के सफलतापूर्ण संचालन का हर सम्भव भरोसा दिलाया। कार्यक्रम का संचालन मोस्ट प्रमुख कुड़वार राम उजागिर यादव व अध्यक्षता राम चन्द्र मौर्य ने की। इस अवसर पर शिक्षक मोतीलाल, मुकेश कुमार, संजय कुमार, सुभाष, शोभनाथ, धर्मेंद्र, किशन, मुकेश कोरी, विनोद कुमार, भवानी फेर, राम धीरज, राजेश, छोटेलाल, सुदामा प्रसाद, संतोष कुमार, सत्यदेव गौतम, साधूराम बौद्ध सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।