धवलपुर परिक्षेत्र में फिर दी हाथियों के दल ने दस्तक, 28 से 30 हाथियों का दल पहुंचा, दहशत में लोग
1 min read- दल से बिछडे़ एक हाथी ने ग्राम चिंदाभाठा के आसपास फसलों को पहुंचाया नुकसान हाथी को देखने लगी भींड़
- वन परिक्षेत्र अधिकारी लगातार हाथियों के दल से ग्रामीणाें को दुर रहने कर रहे हैं अपील
- वनमंडलाधिकारी मंयक अग्रवाल के दिशा निर्देश पर बिछडे़ हाथी को दल से मिलाने में विभाग को मिली कामयाबी
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 15 किलोमीटर दुर वन परिक्षेत्र धवलपुर में आज रविवार को सुबह हाथियों के दल ने फिर एक बार दस्तक दिया। इस दल में इस बार 28 से 30 हाथियों की संख्या है और दल से बिछड़कर एक हाथी आज सुबह ग्राम चिंदाभाठा के समीप पहुंच गया और किसानों के द्वारा रबि फसल लगाए धान के फसल को जमकर रौंदा हाथी के सुबह गांव पहुंचने की जानकारी लगते ही बडी संख्या में ग्रामीण व आसपास ग्रामों के युवक पहुचे और दल से बिछडे हाथी का मोबाईल कैमरे से लगातार विडियोज़ भी बनाते रहे, जो काफी खतरनाक साबित हो सकता था।
वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचकर ग्रामीणाें को हाथियों के दल से दुर रहने की अपील किया।
आज वन विभाग के अफसराें को हाथियों के दल से ग्रामीणों को दुर रखने के लिए काफी मशक्कत करते देखा गया। वही गरियाबंद वन मंडलाधिकारी मंयक अग्रवाल के लगातार दिशा निर्देश पर वन विभाग ने दल से बिछड़े हाथी को आज दोपहर तीन बजे के आसपास दल से मिलाने में कामयाबी हासिल किया है।
ज्ञात हो वन परिक्षेत्र धवलपुर के चिंदाभाठा पहाडी क्षेत्र में पिछले 7-8 दिनों से हाथियो के दल के पहुचने की जानकारी के साथ वनमंडलाधिकारी मयंक अग्रवाल के दिशा निर्देश पर वन परिक्षेत्र अधिकारी धवलपुर राजेन्द्र प्रसाद सोरी, वन परिक्षेत्र अधिकारी नवागढ तुलाराम सिन्हा व वन विभाग का पुरा दल हाथियों के दल के हर गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। आज रविवार सुबह चार बजे के आसपास हाथियों का दल चिदाभाठा पहाडी से नीचे उतर गये और हाथियो का दल बस्ती किनारे से टीमनपुर के तरफ बढ़ने लगे लेकिन एक हाथी दल से बिछड़कर चिंदाभाठा बस्ती के किनारे धान व सब्जी के फसलों को नुकसान पहुंचाने लगा और बडी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
डीएफओ के कुशल मार्गदर्शन में बिछड़े हाथी को दल से मिलाया विभाग ने
दल से बिछडकर हाथी चिंदाभाठा ग्राम के आसपास फसलों को नुकसान पहुचा रहे थे तब वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद सोरी पुरे दल बल के साथ मौके पर पहुचे सबसे पहले ग्रामीणाें को हाथियों से दुर रहने की अपील किया। और लगातार डीएफओं मयंक अग्रवाल से मार्गदर्शन लेते हुए बिछडे हाथी को दल से दोपहर तीन बजे के आसपास मिलाया गया। इस दौरान बिछड़े हाथी ने दो बार मुख्य प्रधानमंत्री सडक को भी पार किया।
डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया
गरियाबंद के डीएफओं मयंक अग्रवाल ने बताया कि हाथियों के दल में 28-30 हाथी है और टीमनपुर होते हुए नवागढ परिक्षेत्र के तरफ बढ रहे है। वर्तमान में बोईरबेडा कक्ष क्रमांक 732 में हाथियों का दल मौजुद है। वन विभाग का पुरा अमला, वन विभाग का हाथी मित्रदल लगातार हाथियों के दल पर नजर रखे है उन्होने आगे बताया कि एक हाथी जो दल से बिछड गया था उसे वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद सोरी के नेतृत्व में लगातार वन कर्मचारी प्रयास कर दल से मिला दिया है। श्री अग्रवाल ने आगे बताया कि क्षेत्र के आसपास सभी ग्रामो में मुनादी करवाकर लोगो को हाथियों के दल से दुर रहने की अपील किया जा रहा है।