राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाडीघाट के पहाड़ी गांव में हाथियों ने मचाया जमकर आंतक
1 min read- ग्रामीणों के मकानोें स्कूल भवन में तोड़फोड़ किया और फसलों को पहुंचाया नुकसान
- रामकृष्ण ध्रुव मैनपुर
मैनपुर – उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया कुल्हाडीघाट वन परिक्षेत्र के पहाड़ी गांव में बीते रात जंगली हाथियो के दल ने एक बार फिर जमकर आंतक मचाया है| और कई ग्रामीणों के मकानो को तोडफोड कर स्कूल भवन को भी जमकर नुकसान पहुंचा य है तथा किसानों के धान और मक्का के फसल को बुरी तरह रौंद डाला है| आज शनिवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी एंव कमार नेता पिलेश्वर सोरी के नेतृत्व में वन विभाग पहुंच कर मामले की लिखित में शिकायत किए है साथ ही मुआवजा राशि प्रदान करते हुए ग्रामीणों को जंगली हाथियों से सुरक्षा प्रदान करने की मांग किया है|
राजीव गांधी गोद ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के आश्रित ग्राम जो पहाडी के उपर बसा है|ग्राम भालूडिग्गी यहा के ग्रामीण बुधराम पिता देहरी राम सोनाधर पिता भादूराम, घनश्याम पिता भादूराम , सुखदेव पिता लसियाराम , अमरसिंह पिता रामाराम, पंचम पिता गंगाराम, बुधराम, सोनधर, ने बताया कि शुक्रवार रात लगभग 10 और 11 बजे के आसपास जब ग्रामीण भोजन करने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे तभी जंगल के तरफ से हाथियों का दल चिंघाडते हुए गांव के भीतर प्रवेश किया और देखते ही देखते ग्रामीणों के मकानो को अपने बडे बडे दांतो से तोड़फोड़ करने लगा|लगभग आठ ग्रामीणों के मकानों को बुरी तरह से हाथियों ने क्षति पहुचाया ग्रामीण दहशत में जान बचाने जिसका जंहा सुरक्षित मिला वहा छिप गए और हाथियों के दल ने जब गांव के स्कूल भवन के तरफ पहुचा तो ग्रामीणों ने एक दुसरे को आवाज देकर मशाल जलाकर एकत्र हुए और जोर जोर से चिल्लाने पर हाथियों का दल खेतो के तरफ चले गये| जहाँ रात में हाथियों ने मक्का और धान की फसल को बुरी तरह से रौंद डाला और आज दिनभर हाथियो का दल ग्राम भालूडिग्गी के रसियापत्थरा जो पास ही नदी किनारे जंगल है|वहा पर डेरा डाले हुए है|
ज्ञात हो कि इस गांव में दो माह पूर्व हाथियों ने हमला कर एक ग्रामीण को बुरी तरह घायल किया था जिसे कांवर के सहारे 40 किलोमीटर पैदल जंगल रास्ता से ईलाज कराने मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तक लाया गया था और दो माह बाद फिर एक बार इस गांव में हाथियों के द्वारा नुकसान पहुचाने से ग्रामीणो में दहशत देखने को मिल रहा है|इस गांव के लोगो को पूर्व में वन विभाग द्वारा मशाल उपलब्ध कराई गई थी उसी मशाल के सहारे ग्रामीणों ने रात को अपना जान की सुरक्षा किया लेकिन ग्रामीणो में हाथियों के पुनः आगमन हो जाने से भारी दहशत देखने को मिल रहा है| ग्रामीणों ने बताया लगभग 12 -15 हाथियों का दल जिसमें दो बच्चे भी शामिल है ।
- क्या कहते है पूर्व सरपंच
ग्राम पंचायत कुल्हाडीघाट के पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी ने बताया कि कुल्हाडीघाट वन परिक्षेत्र के पहाडी के उपर बसे ग्रामों के लोग पिछले डेढ साल से जंगली हाथियों के आंतक से त्रस्त है लेकिन अब तक वन विभाग द्वारा हाथियों से बचाव के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नही बनाया गया है। और तो और हाथी प्रभावित इन ग्रामों के ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए विभाग के पास अभी तक कोई ठोस योजना के साथ स्थाई समाधान नही होने से गंभीर घटना दुर्घटना की डर बनी हुई है।
- क्या कहते है वन परिक्षेत्र अधिकारी
इस सबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट सुदर्शन नेताम ने बताया कि दो दिन पहले ही हाथियों के कुल्हाडीघाट जंगल क्षेत्र में फिर एक बार पहुचने की जानकारी मिली थी और वन विभाग द्वारा बकायदा गांव में मुनादी भी करवाई गई थी साथ ही लगातार मुनादी करवाई जा रही है और वन विभाग का अमला लगातार हाथियों पर नजर रखा हुआ है उन्होने बताया वन विभाग की टीम मौके पर पहुचकर फसल व मकान क्षति का मुआयना कर नियमानुसार क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करेंगी
सुदर्शन नेताम वन परिक्षेत्र अधिकारी कुल्हाडीघाट