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November 20, 2024

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एक्सक्लूसिव: भिलाई महापौर पर हल्ला-बोल… भाजपा पार्षदोें ने कहा- सच क्यों नहीं बोल रहे महापौर यादव

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  • महापौर देंवेद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
  • अब पार्षद कोर्ट के दरवाजा खटखटाएंगे
  • पार्षदों ने मांगा है पांच वर्षों का हिसाब
  • अभी तो हम सिर्फ काम पूछ रहे हैं, सवाल पूछा ही नहीं
  • भिलाई/ रायपुर

अब भिलाई नगर निगम के भाजपा पार्षदों ने महापौर देंवेद्र यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लड़ाई आर-पार की हो गई । यहां तक कि पार्षद कोर्ट के दरवाजा खटखटाएंगे।
पाषर्दों ने गुरुवार को पत्रवार्ता में कहा कि हम लोगों ने महापौर से पांच साल में उनके द्वारा किये गये कोई पांच काम पूरे शहर को बताने का आग्रह किया था। पूरा शहर सच जान सके, इसलिए विभिन्न चौक-चौराहों पर हम लोगों ने अपने-अपने नाम से 16 होर्डिंग लगवाये थे, लेकिन महापौर जी अच्छा नहीं लगा। उन्होंने शहर की जनता को कामकाज बताने के बजाये पद व राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए पहले तो रात में चोरी-छुपे होर्डिंग्स पर लगे हमारे फ्लैक्स फड़वा दिये। इसके बाद नगर निगम प्रशासन से तुरत-फुरत होर्डिंग्स एजेंसियों को चेतावनी भी दिलवा डाली कि अवैध रूप से विज्ञापन मिलेंगे तो कार्रवाई की जायेगी। इस मामले को लेकर अब बीजेपी के पार्षद आक्रोशित हो गए हैं। पार्षदों का कहना है कि अब महापौर की तनाशाही नहीं सहेंगे।

आवाज को दबाने का कुत्सित प्रयास किया

पाषर्दों ने कहा कि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधि से उनके किए काम हिसाब पूछना जनता का अधिकार है, लेकिन न जाने महापौर क्यों इतना बौखला गये हैं? वे सच का सामना नहीं कर पा रहे हैं, शायद इसीलिए जनता की आवाज को दबाने का कुत्सित प्रयास किया है। अभी तो हम सिर्फ काम पूछ रहे हैं, सवाल पूछा ही नहीं। भविष्य में न जाने वे सवालों का कैसे सामना करेंगे? उनकी राजनीतिक हिंसा क्षेत्र में किए गए कार्यों का जवाब नहीं हो सकती, जिसका वे इस्तेमाल कर रहे हैं। जनता को लुभावने सपने दिखाकर पांच साल से गुमराह की राजनीति करने व दूसरों के काम की वाहवाही लूटने वाले महापौर अब सच से क्यों मुंह छुपा रहे हैं? भविष्य में महापौर को सवाल भी सुनने होंगे और उनके जवाब भी देने होंगे।

पाषर्दों को होम क्वारंटाइन पर भेजने का षडयंत्र रचा

पाषर्दों ने कहा कि पिछली बार सामान्य सभा की बैठक से ठीक एक दिन पहले कोरोना जैसी महामारी को भी अपनी राजनीतिक हथियार बनाने से नहीं चुके। भाजपा पाषर्दों को होम क्वारंटाइन पर भेजने का षडयंत्र रचा गया। लोकतंत्र का गला घोटते देख जब हम लोगों ने चिखा- चिल्लाया और जब लगा कि अब तो दाल नहीं गलने वाली तो हम लोगों के बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए बयान दिया कि पक्ष-विपक्ष के बीच परस्पर संवाद के बिना लोकतंत्र की कल्पना कैसी। हकीकत तो यह है उस समय वे अपने निजी आर्थिक लाभ के लिए कई विवादास्पद एजेंडों को पारित करवा लेना चाहते थे। लोकतंत्र की दुहाई देने वाला महापौर आज जनता को अपने काम का हिसाब देने से क्यों भाग रहा है?

  • शहर सरकार में इतनी मोनोपॉली है कि जिहजुरी करने वाले अधिकारी नियम और कानून तक को ताक पर रख दे रहे

पाषर्दों ने कहा कि भिलाई नगर निगम प्रशसन इतना निरीह, लाचार और बेबस कभी नहीं रहा। शहर सरकार में इतनी मोनोपॉली है कि जिहजुरी करने वाले अधिकारी नियम और कानून तक को ताक पर रख दे रहे हैं। इससे पहले तक अधिकारियों को अवैध होर्डिंग और उस पर लिखे जाने वाले शब्दों पर आपत्ति की याद नहीं आई। हमारे विज्ञापन फाडऩे के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, उपायुक्त अशोक कुमार द्विवेदी, संबंधित जोन क्षेत्र के जोन आयुक्तों, सहायक राजस्व अधिकारी संजय वर्मा व अन्य के खिलाफ नामदज एफआईआर दर्ज करवाएंगे।

प्रेसवार्ता में ये पार्षद थे मौजूद थे

देखा जाए तो मुख्य रूप से गुरुवार को प्रेसवार्ता में भोजराज सिन्हा, राजेश प्रधान, दीपक रावना, शिवप्रकाश शंबू, सरोज रमेश दादर, प्रमिला दुबे, गायत्री शिवा यादव, मनोज यादव, जोगेन्दर शर्मा, ललिता चौधरी, नंद कुमारी वर्मा, अनिल सिंह, रिंकू साहू, दिनेश यादव, जय प्रकाश यादव, पी श्रीनिवास राव, साइन अख्तर, विनोद चेलक और सुरेश खटी समेत अन्य भाजपा पार्षद शामिल रहे।

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