गरियाबंद – लापरवाह रेंजर को निलंबित एंव डीएफओ को हटाने की मांग
गरियाबंद । वन परिक्षेत्र अधिकारी सडक परसुली अरुण सोम एंव वनमंडलाधिकारी मंयक अग्रवाल के तानाशाही रवैये से आज आधा दर्जन दैनिक वेतनभोगी , सुरक्षा श्रमिकों के घर कोरोना महामारी काल के समय रोजी रोटी छिन कर बेरोजगार कर दिया गया। आज अन्य प्रदेश की सरकार निजी कंपनियों को भी कह रही है किसी मजदूरों को काम से न निकाले ,मदद करे जरूरत मंद लोगो का लेकिन छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी सरकार मे गरियाबंद डीएफओ और वन परिक्षेत्र अधिकारी ने मदद करने के बजाय गरीब मजदूरों को जो सन 1991 से मजदूरी करते आ रहे है ऐसे लोगों को इस वैश्विक महामारी कोरोना काल में काम से पृथक कर नये लोगों की भर्ती कर लिए। अरुण सोम जो भाजपा काल मे तत्कालीन वन मंत्री को अपने रिश्तेदार बताकर छ साल बीता दिया । अब कांग्रेस शासन मे मंत्रियों के अपने लगोटी यार बताते फिरते है। वहीं स्वयं आदिवासी समाज के बहुत बडे पदाधिकारी होने का दम भरते रहता है आज सात बरस से सडक परसुली वन परिक्षेत्र मे जमे हुये है। रेंजर , डीएफओ द्वारा हाथी मूमेंट का सही दिशानिर्देश नहीं करने के कारण आज एक आदिवासी युवक को जान गंवानी पड़ी ।
मौत का जिम्मेदार वन अफसरों को एयरकंडीशन रुम से निकलने की फुर्सत नहीं था जिसके चलते आदिवासी परिवार के बच्चों के सिर से पिता का साया हट गया । इन दोनों अफसरान को गरियाबंद जिले से तत्काल हटा देना चाहिए। गरीब, आदिवासी, अंतिम पंक्ति के लोगों की चिंता करने वाले राजनीतिक राजनेता लोगों को सिर्फ चुनावी राजनीति करने के लिये ही गां गरीब आदिवासी की चिंता सिर्फ चुनाव के समय याद रहता है । बाकी समय रैलियों सभा मे भाषण बाजी के समय याद करके घडयाली आशू बहाते हे फिर गरीब आदिवासी को उनके हाल मे छोड देते है। राजनेता भी अफसरशाही के सामने नतमस्तक है जिसके चलते वन मंण्डल गरियाबंद भगवान भरोसे है। उच्च स्तर पर इन अफसरों की शिकायत के बाद भी नेता मंत्री न जाने किस मजबूरी से जांच कार्यवाही कराते है जो समझ से परे है। परसुली ,कोचबाय,पीपरछेड़ी, मदनपुर , लिटीपारा , बारुला , कसेरु ,हरदी , तेंदुबाय , सोहागपुर , कासरबाय , कस , रुवाड सहित दर्जनों गांवों के सर्व समाज के प्रितम सिन्हा , विजय ध्रुव , नरेंद्र ध्रुव , नीलकंठ , सीताराम, प्रेमनारायण, टेमन राम माझी, अशोक सिंह , सहित अनेकों लोगों ने रेंजर अरुण सोम को निलंबित एंव डीएफओ को गरियाबंद से हटाने की मांग किये है।