बालिकाएं समूह बनाकर मनमोहक सुआ नृत्य की धूम
बलौदाबाजार । दीपावली का पर्व जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे ही अंचल के गॉवों में सुआ नृत्यों को धूम है।गांव की छोटी छोटी बालिकाएं समूह में घर घर जाकर सुआ नृत्य कर छत्तीसगढ़ की प्राचीन परंपरा को जीवंत कर रही है।छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोक नृत्यों में सुआ नृत्य भी शुमार किये जाते हैं। गौरतलब हो कि 25 को धनतेरस है एवं 27 को दीपावली पर्व है।
दीपावली पर्व के आगमन पूर्व में छोटी छोटी बालिकाओ के अलावा बड़ी उम्र की बालिकाए भी समूह बनाकर गॉव में हर घर पर जाकर सुआ नृत्य कर रही है एवं सुआ नृत्य के बाद बालिकाओ को सभी घरों से दक्षिणा में चाँवल, दाल एवं रुपये भी मिल रहा है। सुआ नृत्य करने वाली बालिकाओं का समूह किसी के घर में जाने से पहले आलिंन ग्वालिन जैसे मधुर शब्दों के साथ घर के सदस्यों को सूचना दिये जा रहे हैं सूचना मिलते ही घर के सदस्य बालिकाओं को सुआ नृत्य करने के लिए आग्रह कर रहे हैं। इस संबंध में जब हमारे क्षेत्र के मशहूर समाज सेवी शिव वर्मा के घर जब सुआ नृत्य करने वाली बालिकाओं की समूह उनके घर पर पहुंचे तब उनके द्वारा उन बालिकाओं का सम्मान करते हुए सुआ नृत्य करने का आग्रह किए जिस पर नन्ही छोटी बच्चियों ने मनमोहक सुआ नृत्य प्रस्तुत कर सबको आनंदित किये।प्रसन्न होकर युवा समाजसेवी शिव वर्मा ने सुआ नृत्य करने वाली बालिकाओं को दक्षिणा के रूप में रुपये एवं चाँवल दाल देकर आशीर्वाद प्राप्त किये।इस संबंध में शिव वर्मा ने हमारे संवाददाता को बताया कि उनके द्वारा सुआ नृत्य करने आयी बालिकाओं का सम्मान करते हुए उन्हें दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त करने की बात बताया।यह भी बताया कि नन्ही मुन्नी बच्चों के द्वारा मनमोहक सुआ नृत्य प्रस्तुत की गई।इसके लिए सभी बच्चियां बधाई के पात्र हैं।