प्लास्टिक जैसे कूड़ा और औद्योगिक अवशिष्ट पदार्थों को वैकल्पिक ईंधन के रूप में व्यवहार करने के लिए सरकार की तरफ से अनुमति
1 min readRajgangpur
सीमेंट उद्योग देश के चुनिंदा क्षेत्रों में से एक है जिसे प्लास्टिक जैसे कूड़ा और औद्योगिक अवशिष्ट पदार्थों को वैकल्पिक ईंधन के रूप में व्यवहार करने के लिए सरकार की तरफ से अनुमति प्रदान किया गया है । इस संबंध में हमारे पास स्पष्ट दिशानिर्देश उपलब्ध है। सुनील कुमार गुप्ता
पूर्वांचल उत्पादन प्रमुुख, डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड.
इस से कोयला जैसे जीवाश्म ईंधनों का उपयोग कम होने के साथ साथ कार्बन डाइऑक्सइड (CO2) उत्सर्जन भी कम मे काफी कमी आती है । यह वैकल्पिक ईंधन (जैविक सामग्री) विभिन्न उद्योगों और अन्य क्षेत्रों के नगर पालिका से संग्रहित कर यहाँ उपयोग में लाया जाता है । जिससे शहर सहित आसपास के क्षेत्रों का कचरा एवं अवांछनीय सामग्रियां जो वातावरण को दूषित करते हैं और बीमारियां फैलाने का काम करते है उससे छुटकारा मिलता है । हां बारिश और मौनसून के समय अधिक नमी होने के कारण कभी कभी उसमें हल्का गंध आने की संभावना बनी रहती है। यह निश्चित रूप से एक अल्पकालीन घटना है। इस प्रकार के उद्योगों में ऐसी तकनीकी समस्याएं गाहे बगाहे आती रहती है पर यह स्थायी नही होता है । हमने इस मुद्दे को हल करने के लिए सभी उपायों पर काम शुरू कर दिए हैं। ओडिशा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने यहाँ आकर निरीक्षण करते हुए वैकल्पिक ईंधन सामग्री को संभालने के लिए हमारे संयंत्र द्वारा लिए गए सारे पहल की जांच करते हुए उसके नियंत्रण के उपायों का निर्देश दिया । हमने इस समस्या को गंभीरता से लिया है एवं इस दिशा में युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है जिससे समस्या का समाधान शीघ्र किया जा सके । कंपनी सदा ही जन जीवन सहित पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर सजग है और अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करने के लिए संकल्पित है ।