नन्हे हाथों की बड़ी प्रतिभा, कलाकार किसी उम्र का मोहताज नहीं होता
ब्रजराजनगर
मुझे आगे चलकर बड़ा कलाकार बनना है यह कहना 5 वर्षीय अधिराज साय का है जो कि अपने नन्हे हाथो कड़ी मेहनत और कुछ कर गुजरने की तमन्ना लिए रथयात्रा के सुभावसर पर प्रभु जगन्नाथ, बलभद्र ओर सुभद्रा जी की मूर्ति बनाने के बाद पूछने पर कही ब्रजराजनगर के राजपुर पंचायत में रहने वाले ओड़िया अखबार के पत्रकार संग्राम साय ओर कोमल साहदेव के 5 वर्षीय बेटा अपने कम उम्र में ही कुछ कर गुजरने की तमन्ना लिए खुद ही मूर्ती बनाई और उसका इरादा भविष्य में अंतराष्ट्रीय स्तर के कलाकार बनने की है।अधिराज के अनुसार उसके इस कार्य और उसे प्रोत्साहन देने में अपनी छोटी दादी शुसमा देव् तथा भुवा सुभ्रस्मिता साय का विषेस सहयोग प्राप्त हुआ है।अधिराज के इतनी छोटी सी उम्र में भी इतना सुंदर और अच्छे मूर्ति बनाने पर सभी ओर प्रसंसा की जा रही है।और लोगो द्वारा कहा जा रहा है कि कलाकार किसी उम्र का मोहताज नही।