युवा समाज ने बाढ़ पीड़ितों के लिए बढ़ाया सहयोग का हाथ
महिलाओं के तकलीफ को सीएनसी की छात्राओं ने समझा
बलांगीर। बलांगीर शहर में बाढ़ का तांडवलीला के बाद हजारों लोगों की परेशानी बढ़ गई है। अधिकांश लोगों के मकान उजड़ गये हैं। रहने के लिए मकान नहीं एवं पहने के लिए कपड़े नहीं है। बाढ़ के स्थान पर प्रशासन को पहुंचने में 24 घंंटे देर हो गया था। अधिकांश मुहल्ले में समाजसेवी युवकों को अपनी कोशिश से बाढ़ पीड़ितों को भोजन आपूर्त्ति करवाया जा गया। शहर का सर्वाधिक नुकसान हुआ है। बरपालीपड़ा, नालखंडीपड़ा, डेमपड़ा, सत्यनारायण पड़ा एवं मालपड़ा आदि अंचलों के मकान टूट गये हैं। पांंच फुट से अधिक बाढ़ का पानी घर में घुस कर तहश नहश कर दिया है। जबकि बलांगीर के लोगों के लिए खुशी की खबर यह है कि बाढ़पीड़ित लोगों के तकलीफ को युवा समाज महशुस कर पा रही है।
विभिन्न युवा संगठन के पदाधिकारी अपनी कोशिश से लोगों के लिए भोजन का व्यववस्था करने सहित कपड़े खरीद कर वितरण किया। केवल बलांगीरसे नहीं बरगढ़, संंबलपुर, झारसुगुड़, भुवनेश्वर के कुछ संस्था भी बलांगीर में राहत सामग्री लाकर विवतरण किया। जो कि इस अंचल के लिए भाईचारा का संदेश दिया है। बाढ़ के बाद महिला एवं युवतियों की समस्याएं बढ़ जाती है। इनकी समस्याओं को जानते हुए आइस कॉमर्स कॉलेज के छात्रआएं डेमपड़ा में जाकर हाईजिनिक नैपकिन एवं इनर गारमेंटस वितरण किया। कॉलेज की पढ़ाई करने सहित असुविधाओं में पड़े लोगों के लिए सहायता का हाथ बढ़ाया है।
हर क्षेत्र के लोगों ने इसकी सराहना की है। इसी प्रकार विंंगह्युमैन फाउंडेशन के सोमनाथ मिश्र, विवेका पटेल, गुरुड़ीपड़ा दुर्गापूजा कमेटी, ग्रीन एनर्जी एंड कन्स्ट्रक्शन की एश्वर्यादास, सैयद आफताब हुसैन, नगर कांंग्रेस के बुलु दानी, युव बीजद के लोटष षड़ंगी, तुलसी नगर के महिला समाज सेवी सविता पटनायक के नेतृत्व मेंं विभिन्न स्थानों पर रिलिफ वितरण किया। शहर के युवक एवं युवतियों के उत्साह को देखकर अधिकांश लोगों ने सराहना की है।