देश में नफरत फैलाने की साजिश को वर्दाश्त नहीं करेंगे हिंदू -मुस्लिम: नदवी
1 min readकौमी एकता सम्मेलन के पूर्व आल इंडिया उलमा बोर्ड के पदाधिकारियों ने गिनायी प्राथमिकता
राउरकेला। आल इंडिया उलमा बोर्ड की ओर से शहर के आनंद भवन में आयोजित कौमी एकता सम्मेलन से पूर्व पत्रकारों से बातचीत में आल इंडिया उलमा बोर्ड, पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष मो। अरशद नदवी ने कहा कि वतर्मान में देश में जिस प्रकार से नफरत की दीवार खड़ी की जा रही है। उस दीवार को गिराकर देश हित का काम करना बोर्ड का उद्देश्य है। देश में तो न तो हिन्दू खतरे में है और न ही मुसलमान खतरे में हैं। सच्ची बात तो यह है कि हिन्दुस्तान खतरे में है, जिसे बचाने के लिए बोर्ड काम कर रहा है। नदवी ने कहा कि राउरकेला से इसकी शुरुआत की गयी है। उन्होंने देश के सभी धर्मनिरपेक्ष हिन्दुओं से आह्वान किया कि वे एक साथ मिलकर देश हित में काम करें तथा भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाएं।भारत के संविधान व तिरंगे को कभी झुकने नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह एक गैर राजनीतिक संगठन है जो गैर सरकारी स्वयंसेवी संगठन, एनजीओ की तरह काम करती है तथा इसका काम सभी धर्म, सभी जाति से जुड़े जरूरतमंद लोगों की मदद करना है। उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों से बचकर रहने तथा देश की अखंडता व एकता के लिए काम करने का आह्वान किया। सम्मेलन में शामिल होने अलीगढ़ से आए धर्म गुरु व योग गुरु तथा आह्वान अखाड़ा के महंत सुखदेव महाराज ने कहा कि कोई भी धर्म आपस में बैर रखना नहीं सिखाता। हर इंसान के रहन-सहन का तरीका अलग होता है। देश में जिस प्रकार असामाजिक तत्वों द्वारा धर्म के नाम पर लड़ाने का काम किया जा रहा है। इसका मुकाबला एकजुट होकर करने की जरूरत है। अन्यथा इसका खामियाजा देश की आगामी पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा।इस मौके पर दिल्ली से आए शाही इमाम जनाब नियाज अहमद, आल इंडिया उलमा बोर्ड के राष्ट्रीय संगठन सचिव वारिश अली, बोर्ड के वक्फ प्रेसीडेंट शेख गुलाम रब्बानी, मुफ्ती ताहिर हुसैन, छात्र नेता साइदुर रहमान अंसारी, दिल्ली के युवा सचिव रजा खान उपस्थित थे। सम्मेलन में अफरोज अहमद, इजाज अख्तर, मो। मंसूर, मुसव्वर आलम, मौलाना मुफ्ती जफर, मौलानी अरशद कासमी, मौलानी खुर्शीद फैजी, मो। फैजी। मो।जावेद, मो।दानिश, सरफराज बख्श, मो। आसिफ, वसीहुल हक, महफूज खान व मो। सरफराज की सक्रिय भूमिका है।