जल्द मरम्मत नहीं कराया गया तो लाखों का स्टाप डेम बारिश में बहने की संभावना
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- स्टॉप डेम के आसपास निवास करने वाले ग्रामीणों में दहशत, स्टाप डेम बहने से मकानों और खेतों को पहुंचेगी भारी क्षति
गरियाबंद । गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में सिंचाई विभाग द्वारा कुछ वर्ष पहले निर्माण किये गये 07-08 ऐसे स्टाप डेम है जो हर वर्ष बारिश में धीरे धीरे क्षतिग्रस्त होकर अब स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। ग्रामीणों द्वारा समय समय पर इन स्टाप डेमों की सुधार मरम्मत की मांग करते थक चुके है, लेकिन संबधित विभाग द्वारा अब तक कोई ध्यान नहीं देने के कारण इस वर्ष बारिश में अचानपुर ,मैनपुर तथा तुहामेंटा का स्टाप डेम बहने की संभावना है, क्योंकि यह तीनों स्टाप डेम बेहद जर्जर हो गया है साथ ही स्टाप डेम बहने से जहां एक ओर शासन के लाखों, करोड़ों, रूपये पानी में बह जायेंगे वही आसपास निवास करने वाले ग्रामीणों के मकान और खेत को भारी क्षति पहुंचने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। क्षेत्र के लोगों ने समय से पहले स्टाप डेम की सुधार की मांग कर थक चुके है लेकिन संबधित विभाग के उदासीन रवैये के कारण अब तक सुधार नहीं हुआ है। शायद विभाग यह इंतजार में है कि कब स्टाप डेम बह जाये तभी तो इन स्टाप डेमो का अब तक मरम्मत नहीं करवाया जा रहा है।
तहसील मुख्यालय मैनपुर नगर से महज डेढ किलोमीटर दुर ग्राम अचानपुर और नदीपारा के बीच नदी में सिंचाई विभाग द्वारा लगभग 50 लाख रूपये की राशि से निर्माण किया गया है, जो बेहद घटिया निर्माण के कारण नीचे हिस्से पुरी तरह से टुटकर बह गया है और 15 से 20 फीट गहरे गढ्ढे हो गये हैं । गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र में सिंचाई विभाग के निर्माण कार्यो में गुणवत्ता को लेकर एक लंबे अरसे से सवाल खड़े हो रहे हैं, जहां हमेशा दुर्घटना की अंदेशा बना रहता है और तो और दो मवेशियों की इस गढ्ढे में गिरने से मौत भी हो चुकी है, लेकिन सिंचाई विभाग के अफसर क्यों शिकायत के बाद इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं । समझ से परे है। इसी तरह मैनपुर नगर नदी किनारे स्टाप डेम और, तुहामेटा स्टाप डेम जो सिंचाई विभाग द्वारा निर्माण किया गया है बेहद दयनीय स्थिति मे पहुंच गया है और इस वर्ष बारिश में इसके बहने की संभावना है। अचानपुर नदीपारा मुख्य मार्ग में सडक किनारे इस स्टाप डेम का निर्माण किया गया है। स्टाप डेम के नीचले हिस्सा टुटकर बह जाने से यह सडक से लगभग 40 फीट गहरे गड्ढे हो गये हैं ।इस मार्ग में देर रात तक लोगो का आना जाना लगा रहता है। स्कूली छात्र छात्राए भी आते है रात में बिजली नहीं होने के कारण अंधेरे में हमेशा दुर्घटना की अंदेशा बनी रहती है। क्षेत्र के लोगो ने गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल से मांग किया है उक्त स्टाप डेम की मरम्मत करवाई जाये।
- क्या कहते अधिकारी
सिंचाई विभाग गरियाबंद के कार्यपालन अभियंता एस.के बरमन ने कहा कि एसडीओं को तत्काल निर्देशित किया जा रहा है कि स्टाप डेम में जो गढढे हो गये है उसे भरा जाये और जल्द ही मरम्मत कराई जायेगी।