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October 17, 2024

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आरएसपी की स्पाईरल वेल्डेड पाइप प्लांट टीम के उद्यम से उत्पाद गुणवत्ता में सुधार

Improvement in Product Quality from Plant Team Enterprise

सालाना 1.45 करोड़ रुपये की बचत भी अर्जित की जा सकी
राउरकेला। सेल, राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) उत्पादन लागत को कम करने और मूल्य वर्धित गुणवत्ता वाले उत्पादों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहा है।बाजार परिदृश्य को देखते हुए और उससे उभरने के लिए आरएसपी कर्मीसमूह ने उधिकतम प्रबंधन के उम्मीदों को पूरा करने हेतु चुनौतीपूर्ण कार्यों को लेने के लिए आगे आ रहे हैं। आरएसपी के स्पाईरल वेल्डेड पाइप प्लांट की नाब श्रृष्टी  की एक क्वालिटि सर्कल टीम का प्रयास इस तरह के एक प्रयास का एक ज्वलन्त उद्धारण है, क्यूसी टीम ने पाइप बनाने वाली मशीन पर पाइप की वेल्ड गुणवत्ता को बढ़ाने वाली एक परियोजना को लागू किया है जिससे न केवल पाइपों की गुणवत्ता मं बढ़ोत्तरी हुई है बल्कि सालाना 1.45 करोड़ रुपये की बचत भी अर्जित की जा सकी।

Improvement in Product Quality from Plant Team Enterprise

गौरतलब है कि स्पाईरल वेल्ड पाइप प्लांट में समान तरीके के पाइप बनाने वाली दो मशीनें हैं जिनका नाम एम2.1 एवं एम2.2 है, जिसकी क्षमता 55000 मिलियन टन है। ये मशीनें गुणवत्ता पाइप के उत्पादन के लिए सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं। हालांकि, यह देखा गया कि वेल्ड अस्वीकृति दर विभाग में अधिक थी।अधिक मरम्मत कार्यों की वजह से वाणिज्यिक गुणवत्ता पाइप का उत्पादन और पाइपों के उत्पादन, उत्पादकता और गुणवत्ता बुरी तरह से प्रभावित हो रही थी।क्यू।सी। टीम ने पाइप के वेल्ड डिफेक्ट, जेनेरेशन से छुटकारा पाने के लिए इस चुनौतिपूर्ण कार्य को लिया।टीम ने वेल्डिंग प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न सभी डिफेक्टु का विश्लेषण किया और पाया कि अन्य वेल्ड डिफेक्ट के अपेक्षा 82 प्रतिशत वेल्ड डिफेक्टल आॅफसेट ऐज (ओ।ई।) है। समस्या को दूर करने के लिए, टीम ने क्यूक।सी। टूल और तकनीक का उपयोग करते हुए पता लगाया कि शेविंग टूल की वजह से आॅफसेट एज  डिफेक्टी उत्पन्न होता है। घर्षण के द्वारा उन्होंने वेल्ड डिफेक्ट  को खत्म करने के लिए कम धार और टूटे एज शेविंग टूल को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया। वांछित कोण के साथ कम धार वाले शेविंग टूल को पुनर्जीवित करने के लिए एक घर्षण संलग्न और एक टेपर फिक्सचर विकसित की गई। इस परियोजना को विभाग में कार्यान्वलत किया गया। परियोजना के परिणामस्वरूप मासिक औसत नए शेविंग टूल की खपत 83 से घटकर 10 हो गई है। इसके अलावा, आॅफसेट एज डिफेक्टन समाप्त हो गए हैं।संशोधन के व्यवहार का अध्ययन किया गया और इसे मानकीकृत किया गया।क्यूस।सी। टीम में शामिल श्री। मनोज कबी, श्री। आर।के मिश्र, श्री। एस।एन बेहेरा, श्री। के। गुइन और श्री। एस।आर।गौड़ा  ने हाल ही में आयोजित सी।सी।क्यूश।सी। में इस परियोजना पर अपनी प्रस्तुति दी और प्रतियोगिता में स्वर्ण पुरस्कार हासिल किया।प्रबंधक, पाइप प्लांट श्री। टी।के परिडा ने टीम का सञ्चालन किया।

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