छत्तीसगढ़ नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान दो IPS के बीच हुआ था प्यार,रचा ली शादी, बाद में हुआ तकरार,पूर्व पत्नी के बंगले के बाहर आईपीएस अफसर बैठा धरने पर
1 min readप्रताड़ित SP पति का आरोप- बीबी मुझे बच्चों से मिलने नहीं देती, मियां-बीबी का झगड़ा देख पुलिस के भी हाथ-पांव फूले
बेंगलुरु,तलाकशुदा एक आईपीएस दंपत्ति का विवाद तब खुलकर सामने आया गया, जब एक पुलिस अधीक्षक अपने बच्चों से मिलने की जिद को लेकर पूर्व पत्नी के निवास पर धरने पर बैठ गये। कर्नाटक में एक आईपीएस अधिकारी अपनी पूर्व पत्नी के घर के सामने धरने पर बैठ गए। दरअसल, कलबुर्गी के आंतरिक सुरक्षा प्रभाग (आईएसडी) में बतौर पुलिस अधीक्षक (एसपी) तैनात अरुण रंगराजन का अपनी पूर्व पत्नी से विवाद चल रहा है।यह विवाद बच्चों को लेकर है।रविवार को आईपीएस अफसर को उनकी पूर्व पत्नी ने बच्चों से मिलने नहीं दिया, इसके बाद वह फुटपाथ पर ही धरने पर बैठ गए। दोनों को एक बेटा और एक बेटी है।
आईपीएस ऑफिसर अरुण रंगराजन इंटरनल सिक्योरिटी डिवीजन में एसपी के पद पर तैनात हैं।जबकि उनकी पत्नी कर्नाटक पुलिस में डीसीपी हैं।दोनों की शादी कुछ साल पहले हुई है।कुछ सालों के बाद दोनों के बीच अनबन हो गई। इसके बाद तलाक लेने के लिए दोनों फैमिली कोर्ट गए।दोनों को एक बेटा और एक बेटी है। पुलिस अधिकारी अरुण रंगराजन अपने बेटे-बेटी से मिलना चाहते हैं। उनका आरोप है कि उनकी पूर्व पत्नी उन्हें अपने बच्चों से नहीं मिलने दे रही है। इससे नाराज अरुण रंगराजन अपनी पूर्व पत्नी के घर के सामने धरने पर बैठ गए हैं।
पुलिस ऑफिसर अरुण रंगराजन का कहना है कि उनकी पूर्व पत्नी अदालत के आदेश के मुताबिक उन्हें अपने बच्चों से मिलने नहीं दे रही है। इससे वे बेहद निराश हैं। अरुण रंगराजन ने कहा कि बच्चों से उनका भावनात्मक लगाव है और उनकी पूर्व पत्नी उन्हें अपने बच्चों से अलग नहीं कर सकती है।
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी के इस धरने से विवाद खड़ा हो गया। आम लोग और मीडियाकर्मी वहां पहुंच गये। रंगराजन की पूर्व पत्नी और उप महाकमांडेंट (होमगार्ड) इलक्किया करुणागरन ने यह शिकायत करते हुए पुलिस बुला ली कि वह उनसे झगड़ा कर रहे हैं। पुलिस दुविधा में फंस गयी कि कैसे इस मामले को निपटाया जाये, क्योंकि रंगराजन एक वरिष्ठ अधिकारी हैं।
पुलिस ने उनसे वहां से चले जाने का अनुरोध किया। इस पर रंगराजन ने सवाल किया कि क्या मैं यहां हंगामा कर रहा हूं? मैं बस यहां बैठा हूं। मीडियाकर्मियों से मुखातिब होते हुए रंगराजन ने कहा कि आप यहां कुछ समय से हैं। क्या आपने मुझे उनसे झगड़ते देखा है? लेकिन उन्होंने यह कहते हुए पुलिस बुला ली कि मैं उनसे झगड़ रहा हूं।
उन्होंने पुलिस से सवाल किया कि वह किस नियम के तहत उनसे वहां से चले जाने को कह रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने तो कोई हंगामा किया नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रेम विवाह हुआ था। हम नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में तैनात थे, जहां हमारी शादी हुई, लेकिन सालभर में मतभेद सामने आने लगे। बाद में उनके कहने पर हमने कर्नाटक कैडर का चुनाव किया, लेकिन यहां आने के बाद हमारा तलाक हो गया।पुलिस के अनुसार बाद में रंगराजन को अपने दो बच्चों से मिलने दिया गया, जिसके बाद वह वहां से चले गये।