नवजीवन विद्यापीठ में अंतराष्ट्रीय पर्याय सारणी वर्ष मनाया
1 min readबलांगीर। नवजीवन विद्यापीठ, बलांगीर परिसर में बलांगीर विज्ञान साहित्य परिषद द्वारा नवजीवन विद्यापीठ एवं जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सहयोग से अंतराष्ट्रीय पर्याय सारणी वर्ष मनाया गया। इस अवसर पर ‘मौलिक पदार्थों का पर्याय सारणी दिवस एवं मानव कल्याण में उसका प्रभाव’ प्रसंग पर एक परिचर्चा आयोजित हुआ। चर्चा में मुख्य अतिथि राजेन्द्र महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष तथा विज्ञान मधूप पत्रिका के मुख्य प्रकाशक डॉ। अभिमन्यु मिश्र उपस्थित रहकर उद्घाटन किया। सभा में ज्योति विहार विश्वविद्यालय के सहयोगी प्रध्यापक डॉ। अमरेश मिश्र, बुर्ला एनएसी कॉलेज के सहयोगी प्रध्यापक डॉ। प्रेमचंद महांति, राजेन्द्र महांति, राजेन्द्र महाविद्यालय के रिडर डॉ। गजेन्द्र कुमार प्रधान एवं पृथ्वीराज हाईस्कूल के वरिष्ठ विज्ञान शिक्षक रामगोपाल खमारी शर्मा आदि वक्ता के तौर पर उपस्थित थे। उक्त समारोह मेंं जिला के विभिन्न विद्यालय से 95 प्रतियोगी एवं 18 विज्ञान शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल थी।
उन लोगों को सभा के अंंत में प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। वक्ताओं ने पर्याय सारणी का इतिहास, वर्त्तमान एवं भविष्य के बारे में चर्चा कर छात्र-छात्राओं को इस प्रसंग में शोध करने के लिए एवं राष्ट्रीय परिचर्चा मेंं पर्याय सारणी का मुख्य उद्भावक वैज्ञानिक मेंडलिव के देन पर प्रकाश डाला। सरकारी बालिका विद्यालय के विज्ञान शिक्षक सरोज कुमार नायक ने अतिथियों का परिचय प्रदान करने सहित मंच का संचालन किया। उन्हें पंचायत हाईस्कूल, बुर्डा के विज्ञान शिक्षक शिव प्रसाद त्रिपाठी ने सहयोग किया। सभा के आरंभ में विद्यालय के गायिका दल ने एक स्वागत संगीत पेश किया। उस कार्यक्रम में आयोजक विद्यालय के प्रधान शिक्षक किशोरो बाग ने सभा में उपस्थित मुख्य अतिथि को, वक्ताओं को, विज्ञान परिषद के पदाधिकारियों को, विशेष व्यक्तियों को एवं हिस्सा लेने वाले छात्र-छात्राएं एवं शिक्षिक शिक्षिकाओं को स्वागत किया गया। परिषद के अध्यक्ष सनातन ठाकुर ने परिचर्चा का उद्देश्य ज्ञापन किया। साथ ही छात्रा-छात्राओं को राष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लेकर सफलता प्राप्त करने का सलाह दिया। सभा में अन्य लोगों में विशेष व्यक्तियों में पुइंतला समूह शिक्षा अधिकारी गोपाल चंंद्र बाग, राजेन्द्र महाविद्यालय के पदार्थ विज्ञान विभाग के सेवानिवृत रिडर डॉ। आदिकंद खमारी एवं जिला विज्ञान समिति के सलाहकार पद्मचरण आचार्य थे। सभा के अंत में परिषद के सचिव चित्तरंजन पटेल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।