भूमि के मालिक ने मनु पटनायक व जेपी केयर अस्पताल मार्ग हमेशा के लिए किया बंद
1 min readपखवाडे भर के अंतराम में दूसरी बार हंगामा
सड़क जाम करने के बाद की गली की घेराबंदी
राउरकेला। शहर के प्रमुख अस्पतालों में शामिल उदितनगर स्थित मनू पटनायक अस्पताल के जाने के मार्ग को हमेशा के लिए बंद कर दिया और इससे जेपी केयर अस्पताल जाने का मार्ग भी अवरूद्ध होने के साथ इस गली में रहने वाले दर्जनों परिवारों की आवाजाही का मार्ग बंद हो गया। पखवाड़े भर के अंतराल में गुरुवार को दूसरी बार गली के जमीन के मालिक ने समर्थकों व आदिवासी समुदाय के लोगों ने केस में डिग्री हो जाने का हवाला दे कर ना केवल हंगामा मचाया और सड़क जाम किया, बल्कि गली की घेराबंदी करने के बाद ही शांत हुए। मनु पटनायक हॉस्पिटल की गली जो मेन रोड को जोड़ती है। लंबे समय से गली की जमीन विवादों में रही, आदीवासी समुदाय का कहना है कि वह गली हमारी है और इसके आसपास की जमीन भी हमारी है। गली पर कब्जा करने के लिए आदिवासियो कं पहुंचने पर वहां रह रहे लोगों ने कहा कि यदि यह गली को बन्द कर दिया जाएगा तो हम लोग कहा से आना जाना करेंगे, उदित नगर पुलिस आ कर स्थिति को संभालने की कोशिश की, जिससे गुस्साये लोगों ने े मेन रोड में जाम लगा दिया, वहां रह रहे लोगों का तर्क है कि 50 साल तक किसी ने भी कोई आवाज नहीं उठाई आज आदीवासी समुदाय को अपनी जमीन याद आयी है,जिससे उनकी परेशानी बढ़ गयी। वहीं आदीवासी समुदाय के पास गली की जमीन का पट्टा है, जो सुबह तहसील दार और आर आई आकर मापी की और उनके दावा की पुष्टि करते हुए निशाना लगा कर चले गये। गली की जमीन पर दावा करने वाले श्याम उरांव ने कहा कि हम लोगों ने केस भी जीत लिया है।
उल्खनीय है कि पखवाड़े भर पहले भी उदितनगर के मनु पटनायक गली पर कब्जा व निर्माण कार्य शुरू करने पर स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। निर्माण कार्य करा रहे दीनबंधु ओराम इसे अपनी पुश्तैनी जमीन बताया, जबकि गली में रहने वाले लोग व दुकानदार इसे पुरानी गली व आने जाने का रास्ता बताये। उस दिन मामला थाना पहुंचने पर पुलिस की ओर से सात दिन का समय मांगा गया था, जिस पर जमीन मालिक राजी हुए, लेकिन आपसी समाधान नहीं होने से गुरूवार को गली बंद कर दिया गया,हमेशा के लिए ओरामपाड़ा निवासी दीनबंधु ओराम ने कहा कि यहां 4।5 डिसमिल जमीन उनके पिता चामा ओराम के नाम पर है। इसकी वे मालगुजारी भी चुकाते रहे हैं।अपनी जमीन पर काम कराने के दौरान स्थानीय दुकानदार व लोग अड़चन डाल रहे हैं। निर्माण कार्य हर हाल में वे करेंगे। दूसरी ओर स्थानीय दुकानदार, आरा मिल तथा गलीवासियों का कहना है कि यह सार्वजनिक जगह है एवं इसका उपयोग आने जाने के लिए होता है। निर्माण कार्य होने से आने-जाने का रास्ता नहीं बचेगा। निर्माण का विरोध करने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गयी और गली बंद करने के बाद ही आदिवासियों का गुस्सा शांत हुआ, वहीं गली के लोंगों में असंतोष बना है।