अवैध इट भट्टे पर न्यूज़ बनाने गए पत्रकार को धमकी
चल रहा है सालो से अवैध भट्टा
पर्यावरण को हो रहा नुकसान
सरकारी नियमो की धज्जियां उड़ाई
झारसुगुड़ा/एक तरफ सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए रोजाना नए नए नियम और कानून ला रही है . वही दूसरी तरफ कुछ लालची तथा समाज के दुश्मन लोग कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारीयो के साथ मिलकर सभी सरकारी नियम को ताक में रखकर उसकी धज्जियां उड़ा रहे है साथ ही चोरी और सीनाजोरी भी कर रहे है इसका ताजा उदाहरण ब्रजराजनगर के बोदियाँ गावँ के पास के जगहों को देख कर लगाया जा सकता है .
नदी के किनारे में बसा यह गावँ के कुछ असामाजिक तत्वो द्वारा सरकार द्वारा लाल ईटा को बंद करने के वावजूद भी धड़ल्ले से ईंट भट्ठा लगाकर इसका ब्यापार कर रहे है. यही नही ये नदी के किनारे की मिट्टी को काट काट कर नदी का मुहाने को ओर चौड़ा भी कर रहे है जिससे समय समय पर बरसात में नदी का पानी आसपास के अंचलो में घुस जाता है. यही नही इट बनाने के लिए भी मिट्टी,बालू,पानी सभी का अवैध तरीके से खनन किया जा रहा है और कुछ सरकारी अधिकारी अपने निजी फायदे के लिए मूकदर्शक बने हुए है. इतना ही नही इस ईटा भट्टा में लगने वाले कोयला भी पूरी तरह से चोरी का ही स्तेमाल किया जाता है. इसी सब समाचार को लेकर जब कुछ लोगो ने एक पत्रकार प्रीतम पंडा को कहा और जब प्रीतम पंडा ने उस जगह जाकर मुआयना कर कुछ फोटोग्राफी की तो यह देख भट्टा माफियाओ को नागवार गुजरा उन्होंने तुरंत प्रीतम की मोबाइल छीन ली तथा उन्हें काफी गंदी गन्दी गाली देने के साथ साथ जान से मारने की धमकी भी दिए यही नही उन माफियाओ ने उसके घर मे उसके पिता को भी फोन कर धमकी दिया और कहा कि हमारी पहुंच ऊपर तक है. इस पर प्रीतम पंडा ने तुरन्त स्थानीय थाने में लिखित शिकायत आजू सिंहदेव, रूपेश सिंहदेव, बीजू सिंहदेव, अरुण मल्लिक नामक चार लोगों के खिलाफ किया साथ ही पत्रकारों का एक समूह झारसुगुड़ा पुलिस अधीक्षक अस्विनी कुमार महंती तथा तहसीलदार दिलीप प्रधान से मिलकर आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की इसपर एसपी श्री महंती ने तुरन्त केस को दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्यवाही का अस्वासन देने का आदेश ब्रजराजनगर पुलिस को दिया . वही तहसीलदार श्री प्रधान ने कहा कि यदि उन्हें पुलिस फोर्स मुहैया करवाया जाएगा तो वो उस पूरे भट्टे में मसीन चलवाकर उसे नेस्तनाबुद कर देंगे मालूम हो जिले में इसी तरह के कई इट भट्टे गैरकानूनी रूप से चल रहे है जबकि इन्हें कुछ सरकारी कर्मचारियों का वरदहस्त प्रदान है पत्रकारों ने जिला प्रसासन से ऐसे भट्टे पर कार्यवाही करने के साथ साथ पत्रकारों को भी सुरक्षा देने की मांग की है।