पितृ प्रधान पुरुष प्रधान समाज के विभत्स प्रताड़ना की शिकार हुई कार्तिकमती, भूमाफिया /सहारा इँडिया के नाम पर लगातार पुत्र नाती से पीटी जाती थी 80 वषीॅया विधवावृद्धा
1 min readशिखा दास, पिथौरा।
मुख्यालय से 7 कि मी की दूरी पर पहाड़ों के बीच बसे ग्राम पिलवापाली की तालाब में डूब कर मरे 80 वर्षीय बेवा कार्तिकमती की खबर आते ही इलाके में सनसनी फैल गयी चूंकि ठीक उसी समय मुढ़ीपार के टीकाराम चौधरी के हत्या की खबर भी आयी।दो हत्याकांड से सभी के रोंगटे खड़े हो गये। अभी कुछ ही दिन पहले उसका लड़का मन्नुपटेल मारपीट करके घर से भगा दिया था।
सहारा और पुलिस ने नहीं दिया सहारा
सहारा प्रमाणपत्र
मन्नू की नजर सहारा इंडिया आफिस पिथौरा में जमा होकर मैचयोर हो चुके 22000 रु पर थी।ये उसकी निजी कमाई थी जो मई 2019 को मिलने वाली थी।परआज तक नहीं मिली है।पिथौरा SDOP और TI को 6 माह पहले मदद के लिये गुहार लगायी थी।वक्त पर काम आ जाता तो शायद उसकी हिंसक मृत्यु नहीं होती।
फुन्नू ने रकम डूबायी
ऋण पुस्तिका व इकरारनामा
इसके कठिन जीवन की शुरुआत वर्ष 86 से हुई जब बंदोबस्त में दानपत्र में चढ़ाकर बिना रजिस्ट्री अंचल के कुख्यात जमीन दलाल लक्ष्मी नारायण अग्रवाल उर्फ’ फुन्नू ने 7 एकड़ आदिवासी जमीन पिलवापली में दिलवा दी।
ये जमीन ग्राम के पृरुषोत्तम गोंड़ ने बेची थी जबकि उसके सगे भाई नरोत्तम ने कलेक्टर से शिकायत कर दी।
थाना में FIR, कॉपी लगाये
जमीन 170(ख) में वापस करते हुवे तत्कालीन अनुविअ(रा)हरिरंजन राव ने 420 के आरोप में वर्ष 98 में पिथौरा थाना में रिपोर्टफुन्नू के खिलाफ लिखवाई थी।पर उनके ठीक उसी समय ट्रांसफर हो जाने पर पुलिस के साथ मिलकर दलाल ने मामला रफा-दफा करवा लिया।फुन्नू के खिलाफ इसी पिलवापली के 460 एकड़ जंगल, पहाड़ और चट्टान को बेच देने के EOW में FIR है। माँ के साथ मारपीट
8 वर्ष पूर्व कसीबहरा में उसके पति देवचरन पटेल की मृत्यु भी लकवे से हो गयी।तब से कार्तिकमती लड़के के पास पिलवापली में रह रही थी।मेहनत का काम करने के बावजूद लड़का व परिवार हर समय गरीबी का हवाला देते हुवे जमीन के नाम से मारपीट करता था।रुपया देने के लिये कहता था।हांलाकि उसका गरीबी रेखा कार्ड में वृद्धा पेंशन व राशन मिलता था पर फिर भी जन्म देने वाली माँ को पोषण करने की अपेक्षा बात-बात पर उल्हाना देकर घर से भगा देता था।अपने एकमात्र भाई राजसेवैया खुर्द के शोभाराम पटेल के पास दुख-दर्द सुनाने आती थी।घटना के 10 दिन पहले उसने अपनी कहानी बताकर कागजात देकर गयी थी।
ये हत्या है – डॉ.कंवर
डॉ के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कार्तिकमती की हत्या कर बाद में गले में रस्सी और पत्थर डालकर तालाब में फेंकने की बात सामने आयी है।कार्तिकमती अपने लड़के मन्नुपटेल के साथ जहां रहती थी वो गली का आखिरी छोर है और तालाब से लगा हुवा है।सबसे बड़ी बात उसके पोते ने सबसे पहले पुलिस को सूचना दी है। टीआई स्वर्णकार ने बताया हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द आरोपियों की भी गिरफ्तारी होगी।
भाई शोभाराम पटेल ने दिया बेतुका बयान –80 साल की थी इतने वृद्ध के लिए क्या न्याय …
पिलवापाली कार्तिकमती हत्याकांड :30 वर्षो से जमीन के लिये लड़ी वो तो नही मिली आखिर जान भी गयी.
- सहारा इण्डिया का भी नही मिला सहारा
- सहारा इँडिया की मैच्योर राशि के लिए पुत्र से प्रताड़ित होकर 6माह पूर्व तक काटी थाना व एजेण्ट का चककर
- पुलिस विवेचना शीघ्रता से जारी
- 8वषॆ पूवॆ 460 एकड़ जँगल पहाड़ चट्टान बेचने की FIR भी है EOW में भूमाफिया के खिलाफ, क्या कांग्रेस सरकार ने भी ब न्द कर दी FILE
- वतॆमान CM SHRI BHUBHESH BAGHELने भी उठाया था पिलवापाली 460 एकड़ जमीन की फर्जी रजिस्ट्रीमुद्दा (जब वो विपक्ष के नेता थे