कृष्णचंद्र पंडा एक समर्थ कर्मठ और कर्मयोगी थे
समाज को सुधारने के लिए कृष्णतंद्र पंडा के व्यक्तित्व का अनुसरण जरूरी
बलांगीर। व्यक्ति का जीवन एवं उसका समाज के प्रति देन एवं समर्पित भावना अहम होता है। स्वर्गीय कृष्णचंंद्र पंडा राजनीति में जितना समर्थ थे उससे कहीं अधिक समर्थ वे लोगों के जीवन को सुचारू बनाने में थे। वे एक संगठक भी थे। कई संस्थानों का गठन करने सहित अंचल के समूहिक भावना का विकास करने के आग्रही थे। समाज को सुधारने के लिए जो भी समर्थता आवश्यक था। कृष्णचंद्र पंडा एक समर्थ कर्मठ एवं कर्मयोगी थे।
शिक्षा का विकास के लिए उनकी कोशिश उन्हें असाधारण मनुष्य बनाया था। स्वर्गीय पंडा का कर्ममय जीवन हमारी प्रेरणा बने। उक्त बातों को स्थानीय पत्रकार भवन में कृष्णचंद्र पंडा की 103वीं जयंती के अवसर पर विशेष व्यक्तियों ने कही। कृष्णचंद्र पंंडा स्मृति कमेटी एवं जिला पत्रकार संघ, बलांगीर के संयुक्त आयोजन में आयोजित इस जयंती में कृष्णचंद्र पंडा सृति कमेटी के अध्यक्ष भागवत प्रसाद नंद ने अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिलाधीश परीक्षीत सेठी, सम्मानित अतिथि भारतीय स्टेटबैंक के सेवानिवृत डीजीएम शशांक शेखर पुरोहित एवं मुख्यवक्ता प्रशारभारती के सेवानिवृत डीजी अभय कुमार पाढ़ी उपस्थित थे। स्मृति कमेटी के संयोजक ललित कुमार नायक ्ने भाषण दिया। सभा के शुरूात में पत्रकार पूर्णचंद्र पंडा ने सभी को स्वागत करने सहित प्रारंभिक सूचना प्रदान किया एवं अरविवंंद दास ने सभा का संयोजन किया। मंचासीन अतिथियों को आयोजन कमेटी की ओर से अंगवस्त्र एवं स्मृति फलक प्रदान कर सम्मानित किया। अंत में पत्रकार संदीप कुमार कुअँर ने सभी को धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक रमाकांत सेठ, वरिष्ठ पत्रकार संघ के अध्यक्ष हरिनारायण पुराहारी, सत्यनारायण बेहेरा, शंकर प्रसाद मिश्र, वरिष्ठ नागरिक रमेश पुरोहित, सुधीर पंडा, सुभाष पंडा, उदित पंडा, बीडीसीसी बैंक के अध्यक्ष लक्षमण कुमार मेहेर, नागरिक कमेटी के सचिव विष्णुप्रसाद केडिया, डॉ। श्रीकर मिश्र, क्रीड़ा संंघ के कृष्णचंद्र मिश्र, कवि भागिरथी मिश्र, प्रहल्लाद शतपथी, वरिष्ठ अधिवक्ता अमरेन्द्र मिश्र, जयंत महांंति, सेवानिवृत सैनिक संघ के अध्यक्ष शशिकांत नायक, सचिव प्रताप रथ आदि के साथ जानेमाने लोग उपस्थित थे।