मातृ सम्मेलन में माताओं को बच्चों के सही व आदर्श लालन पालन की सीख
राउरकेला। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बंडामुंडा में शिशु वाटिका के बच्चों के माताओं के लिए मातृ सम्मेलन अनुष्ठित हुआ। इस में विद्यालय के सचिव श्री रंजन कुमार महापात्र ने योगदान दिया और आज के बच्चों को भविष्य में देश का नागरिक बताते हुए उनके लालन पालन में माता की भूमिका पर पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि घर में माता बच्चों को संस्कार देकर बच्चों को सही रास्ता दिखा सकती है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गिरिधारी दलेई ने अतिथियों का परिचय देते हुए अपना स्वागत भाषण में बच्चों को कच्ची मिट्टी से तुलना करते हुए कहा कि इन्हें हम जैसा ढालने चाहेंगे ढाल सकते हैं। उन्हें सही रास्ता दिखाना और बचपन से उन्हें आदर्श व उचित मार्ग पर ले जाना माता का काम है। शिशु वाटिका की प्रमुख श्रीमती प्रतिमा महांती, श्रीमती द्रोपदी महांत, सुश्री रश्मी सामंतराय ने माताओं को लेकर कार्यशाला का संचालन किये और माताओं को अपने शिशुओं के परवरिश के टिप्स दिये। कार्यशाला में बड़ी संख्या में माताओं ने हिस्सा लिया और स्कूल के इस पहल की सराहना करते हुए अपने अपने शिशुओं को सही व आदर्श परवरिश देने का संकल्प लिया।