सैयम और सहजता का समय है लॉकडाउन, मानवधर्म का पालन तोड़ेगा कोरोना की कमर – आकाश शर्मा
1 min read22 जुलाई 2020, रायपुर (छ.ग.)
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बढ़ते जा रहा हैं आज से लगभग समस्त क्षेत्रो में लॉकडाउन की शुरुआत हो चुकी हैं। सरकार ने आदेश पारित कर दिया हैं, कोविड माहामारी ने विश्व में मानवजाति को जंझोर कर रख दिया हैं आज आंकड़ा विश्व मे 1.5 करोड़ और भारत मे 12 लाख पार करने जा रहा हैं। छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन की सूचना पूर्व प्राप्त होने से जनता इस समय में सरकार का साथ दने को तैयार हैं, प्रदेश में संक्रमित व्यक्तियों के रिकवरी रेट अन्य राज्यो के औसतन अधिक है। इस संकट की घड़ी में हमे एक दूसरे की ताकत बनना होगा, हमे समाज को एक सूत्र में पिरोह कर इस माहामारी से लड़ना होगा।
आकाश शर्मा ने कहां आज प्रदेश के लगभग संक्रमण प्रभावित जिलों में लॉकडाउन की शुरुआत होने जा रही है, मैंने एनएसयूआई के एका एक पदाधिकारियों से चर्चा कर इस दौरान जनसेवा और सहायता के लिए तत्पर रहने के निर्देश दिए हैं। हमारे कार्यकर्ता हर रूप से इस माहामारी मे मानव धर्म का पालन कर रहे हैं, पिछले लॉकडाउन के दौरान में केवल रायपुर में हमने 50,000 से अधिक ज़रूरतमंद लोगो तक भोजन पहुँचाया था। साथियों ने मास्क, सूखे राशन और अन्य प्रबंधन किये थे। यदि इस समय मे जनहित के लिए लॉकडाउन को बढ़ाने आवयश्कता पड़ती हैं तो एनएसयूआई के कार्यकर्ता जनसेवा में समर्पित हैं, हम जनता और प्रशासन की हर संभावित सहायता करेंगे।
मेरी प्रदेश की जनता से अपील है कि आप लोगो को इस लॉकडाउन को एक योद्धा की तरह लड़ना हैं, ना जाने कितने स्वास्थ, सुरक्षा, स्वच्छता कर्मियों ने हमारी रक्षा हेतु इस माहामारी से लड़ते हुए अपने प्राण आहूत किये हैं। हमे उन्हें प्रेरणा स्वरूप लेकर घरों में रहना हैं। शासन द्वारा सब्जियों हेतु cghaat.in के माध्यम से घर पहुँच सेवा उपलब्ध हैं, मेडिकल्स भी अब घर पहुँच सेवा दे रहे हैं, हमे पूर्णता से लॉकडाउन का पालन कर सभी को बता देना हैं की “मोर रायपुर, मोर ज़िम्मेदारी – घर म रहबो जम्मो संगवारी”।
“योग व्यायाम” हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति (immunity) को बढ़ाने में मदद कर हमें स्वस्थ बनाता हैं। हमारी भारतीय जीवन शैली ऐसी है कि हम इस माहामारी से डट कर सामना कर रहे हैं। पिछले लॉकडाउन के पश्चात इस समय जनता अधिक तैयार हैं, आप सभी अपने परिवार को समय देवें, दैनिक दिनचर्या में अध्ययन, व्यायाम जैसी गतिविधियों को जोड़े, छात्र अपने शिक्षा क्षेत्र से सम्बंधित किताब और आर्टिकल्स पढ़े हम डिजिटल युग के युवा हैं हमे समय का सदुपयोग करना चाहिए। घर पर रहकर नई कार्यो को सीखे; आज के दौर में हर प्रकार की जानकारी एवं प्रशिक्षण ऑनलाइन मौजूद हैं। हम इस समय मे महात्माओं, धार्मिक, राष्ट्रीय, सामाजिक विषय पर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साहयता के साथ सुरक्षा भी आवश्यक है, हमे इस माहामारी मे समाज की साहयता करने के साथ साथ खुद की और दूसरों सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है; आप शासकीय नियमो का पालन करते रहे, आपके घर के आस-पास पशुओं की सेवा करें