28 अक्टूबर दिन शनिवार को चंद्र ग्रहण -पंडित योगेश शर्मा
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद । 28 अक्टूबर दिन शनिवार को खग्रास चंद्र ग्रहण होने के कारण मंदिरों में प्रातः कालीन पूजा होने के बाद सायंकालीन पूजा नहीं होगी। शाम को मंदिरों के पट बंद रहेंगे। दुर्गा मंदिर की पुजारी पंडित योगेश शर्मा ने बताया कि देव पंचांग के अनुसार इस वर्ष 28 अक्टूबर दिन शनिवार को खंडग्रास चंद्र ग्रहण होने के कारण सायंकालीन पूजा मंदिरों में नहीं होगी शाम को मंदिरों के पद बंद रहेंगे ग्रहण का सूतक शाम 4:05 पर लगेगा।
ग्रहण का स्पर्श रात्रि 1:05 एवं ग्रहण का मध्यकाल रात्रि 1:44 ग्रहण का मोक्ष रात्रि 2:23 को होगा। ग्रहण का पर्वकाल 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा ग्रहण कल के दौरान ग्रहण के सूतक लगते मूर्ति पूजा एवं मूर्तियों का स्पर्श निषेध रहता है। ग्रहण कल के दौरान जप आदि किया जा सकता है ग्रहण काल में भोजन नहीं करना चाहिए। बालक वृद्ध एवं रोगी के लिए ग्रहण के नियम लागू नहीं होते ग्रहण के नियम में छूट है। इस ग्रहण काल में द्वादश राशियों पर भिन्न-भिन्न प्रभाव रहेंगे जो इस प्रकार है। मेष राशिवृष हानि मिथुन लाभ कर्क रोग सिंह व्यथा कन्या लाभ तुला कष्ट वृश्चिक कष्ट धनु चिंता मकर व्यथा कुंभ लाभ मीन हानि ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण कल के दौरान भजन कीर्तन जाप करना चाहिए। ग्रहण मोक्ष के उपरांत नदी तालाबों पोकरण एवं अपनी सुविधा अनुसार स्थान पर स्नान आदि करके यथाशक्ति दान पुण्य करने से विशेष सुख समृद्धि शांति की प्राप्ति होती है।