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November 20, 2024

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आशियाना में शिक्षक की हत्या के लिए मदरसा निदेशक ने भेजा गुंडा

Madrasa director sent Gunda for killing teacher in Ashiana

मौलाना लुत्फुल्ला रहमानी ने एसपी से मिल शकील अहमद व दागी आबिद से बचाने लगाई गुहार
22 महीने के बकाया वेतन दिए बिना स्टॉफ क्वार्टर छोड़ने की धमकी
राउरकेला। बिसरा के आशियाना कलोनी के गर्ल्स मदरसा के निदेशक शकील अहमद पर यहां आठ साल शिक्षक रहे मौलाना लुत्फुल्ला रहमानी ने उनकी हत्या के लिए सुपारी किलर गुंडा को भेज हत्या की साजिश रचने का गम्भीर आरोप लगाया है, जिससे अंचल के लोगों में भारी गुस्सा है।

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शकील के भेजे गुंडे नई बस्ती के दागी आबिद ने दो दिन पहले आशियाना कालोनी स्तिथ मदरसा शिक्षक मौलाना लुत्फुल्ला के आवास पर जाकर उन पर रिवाल्वर तान दिया और तत्काल स्टॉफ क्वार्टर छोड़ने को कहा। किसी तरह लुत्फुल्ला अपनी जान बचाकर आशियाना रोड व मार्केट की ओर भाग कर अपनी जान बचाई। इस वाक्या को वहां के स्थानीय लोगों ने भी देखा भीड़ जुट जाने से दागी आबिद तो भाग गया, लेकिन शिक्षक लुत्फुल्ला की जान पर खतरा बने रहने की जानकारी देते हुए घटना के कुछ देर बाद ही बिसरा थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस द्वारा तत्काल किसी तरह की कार्यवाई नहीं करने से हताश शिक्षक लुत्फुल्ला ने उसी शाम पुलिस मुख्यालय आकर एसपी से मुलाकात कर आपबीती बयां कर कतिथ रसूखदार शकील अहमद और उनके भेजे गुंडे से जान बचाने व सुरक्षा गुहार लगाई। एसपी ने ऐसे संवेदनशील मामले में स्थानीय पुलिस की सुस्ती फटकार लगाई, जिससे स्थानीय पुलिस तो सक्रिय होते नजर आयी, लेकिन कतिथ आरोपियों के खिलाफ कार्यवाई के बजाय हमलावर व  दहशतजदा शिक्षक के बीच सुलह कराने में दिलचस्पी ले रही है, जिससे मामला पेचीदा होते नजर आ रहा है और स्थानीय पुलिस की हरकत से फरियादी शिक्षक लुत्फुल्ला व उनका परिवार रसूखदार के दहशत की छाये में जी रहे हैं। हालांकि पुलिस मुख्यालय से न्याय मिलने की उम्मीद अभी भी बरकरार है। आशियाना कलोनी के मदरसा स्टॉफ क्वार्टर में रह रहे शिक्षक मौलाना लुत्फुल्ला रहमानी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनका गुनाह सिर्फ इतना ही है कि  वे मदरसा के निदेशक शकील अहमद से 22 माह का बकाया वेतन मांग रहा रहे हैं, लेकिन वेतन के बावत करीब ढाई लाख का बकाया दिये बिना उनसे स्टॉफ क्वार्टर छोड़ने के पिछले कई महीने से शकील की ओर से दबाव डाला जा रहा है, लेकिन पेट व परिवार के खातिर बकाया वेतन पर अड़ जाने से 9 सितंबर को शकील ने उनके घर पर आबिद जैसे दागी को उनकी हत्या की नीयत से भेज दिया। घटना के दिन उनका बच जाने के लिये अल्लाह का शुक्र मनाते हुए स्थानीय पुलिस से लेकर जिला पुलिस मुख्यालय में जा कर न्याय व सुरक्षा की गुहार लगाई। इस मामले में शकील के पक्ष किसी मुन्ना नामक के एक और रसूखदार के कूद कर आरोपियों को पुलिस से बचाने में जुट जाना अंचल में यह मामला चर्चा का विषय बना है।

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